संपादित: पेज: 5: पांच रिपोर्टर पांच जगह:: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ग्रामीणों को नहीं मिल रहा इलाज
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पेज: 5: पांच रिपोर्टर पांच जगह:: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर ग्रामीणों को नहीं मिल रहा इलाज
इसे आज लगाना है, फाइल फोटो चलेगी
लखनऊ। हिन्दुस्तान टीम
राजधानी के ग्रामीण इलाकों में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लोगों को इलाज नही मिल रहा है। सर्दी, बुखार और खांसी वाले मरीजों को बड़ी दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां तक इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को जिला अस्पताल और बड़े अस्पतालों में रेफर कर दे रहे हैं। कुछ जगह सिर्फ प्रसव कराए जा रहे हैं। इन सीएचसी में टीकाकरण और कोरोना जांच के नमूने लिए जा रहे हैं। गुरुवार को हिन्दुस्तान ने पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की पड़ताल कर सुविधाओं का जायजा लिया।
सीएचसी मोहनलालगंज
यहां 30 बेड पर मरीजों की भर्ती कर उपचार की सुविधा है लेकिन ओपीडी बन्द होने की वजह से लोगों को उपचार नही मिल रहा है। इमरजेंसी में आने वाले मरीज टाल मटोल कर जिला अस्पताल भेज रहे हैं। सीएचसी अधीक्षक डॉ. ज्योति काम्बले बताती हैं कि यहां के डॉक्टरों और स्टाफ समेत 15 स्वास्थ्य कर्मी पॉजिटिव हैं। इमरजेंसी और प्रसूताओं को सिर्फ इलाज मिल पा रहा है। रोजाना करीब तीन सौ से अधिक कोरोना जांच के नमूने लिए जा रहे हैं। करीब सौ लोगों का टीकाकरण हो रहा है।
मलिहाबाद सीएचसी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ऑक्सीजन की जरूरत कंसंट्रेटेर से पूरी की जा रही है। ऑक्सीजन सिलेंडर कोविड अस्पतालों को भेजे जा चुके हैं। सामान्य मरीजों की ओपीडी बन्द है। ज्यादा गंभीर मरीज आने पर शहर के अस्पतालों को भेज देते हैं। सीएचसी मलिहाबाद अधीक्षक डॉ. अवधेश कुमार ने बताया कि सीएचसी मे जो भी आक्सीजन सिलेण्डर थे वह लखनऊ के कोविड अस्पतालों में भेजे गए हैं। कोविड संक्रमित मरीजों को भर्ती किये जाने की कोई व्यवस्था सीएचसी पर नहीं है। टीकाकरण और कोरोना जांच हो रही है।
बीकेटी सीएचसी
यहां सिर्फ तीन ऑक्सीजन सिलेंडर हैं। जो काफी नही हैं। फिर भी किसी मरीज को जरूरत पड़ने पर ऑक्सीजन उपलब्ध है। हालांकि यहां भी सामान्य मरीजों को उपचार नही मिल रहा है। बीकेटी सीएचसी अधीक्षक डॉ. जे पी सिंह ने बताया उनके यहां तीन ऑक्सीजन सिलेंडर है। इमरजेंसी में मरीजों को उपचार मिल रहा है। सीएचसी पर कोरोना का टीकाकरण और कोरोना के नमूने लिए जा रहे हैं।
गोसाईंगंज सीएचसी
यहां गर्भवती महिलाओं के प्रसव कराए जा रहे हैं। इमरजेंसी में प्राथमिक उपचार भी मिल रहा है लेकिन सामान्य ओपीडी में मरीज नहीं देखे जा रहे हैं। यहां इमरजेंसी मरीजों के लिए छह ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हैं। यहां 200 से 250 की कोरोना जांच और टीकाकरण हो रहा है। अधीक्षक हेमन्त कुमार के मुताबिक अस्पताल में इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को उपचार मिल रहा है।
सरोजनीनगर सीएचसी
यहां भी 30 बेड हैं। ओपीडी सेवाएं बन्द होने से ग्रामीणों को इलाज नही मिल रहा है। गर्भवती महिलाओं के प्रसव की सुविधा सुचारू रूप से चल रही है। बाकी सामान्य मरीजों को उपचार नहीं मिल रहा है। सीएचसी में टीकाकरण केंद्र बना है। यहां कोरोना जांच के नमूने भी लिए जा रहे हैं। सीएचसी अधीक्षक डॉ. अशोक कुमार बताते हैं कि इमरजेंसी सेवाओं के साथ प्रसव हो रहे हैं।
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