डॉक्टरों ने चालकों को दिया फूल, सिर की चोट से बचने की अपील
Lucknow News - - पीजीआई के डॉक्टरों ने परिसर से वृंदावन योजना चौराहे तक वॉकथॉन में लिया हिस्सा
सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान के तहत शुक्रवार को पीजीआई के डॉक्टर सड़क पर निकल पड़े। बिना हेलमेट पहने चालकों को रोककर फूल दिया। उसके बाद उन्हें नि:शुल्क हेलमेट भी वितरित किया। डॉक्टरों ने चालकों और राहगीरों से अपील की कि वह सड़क पर चलते समय यातायात नियमों का पूरी तरह से पालन करें। खासकर सिर पर चोट लगने से बचने की अपील की। डॉक्टरों ने कहा कि हादसों में सबसे अधिक मौत सिर में चोट लगने से ही होती हैं। ऐसे में सिर की चोट से बचाव बहुत जरूरी है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की पहल के तहत राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह एक से 31 जनवरी तक मनाया गया। पीजीआई के निदेशक डॉ. आरके धीमन ने सड़क सुरक्षा जागरुकता वॉकथॉन का उद्घाटन किया। डॉक्टरों के साथ वह भी वॉकथॉन में शामिल होकर वृंदावन चौराहे तक पहुंचे। निदेशक ने डॉक्टरों के साथ बिना हेलमेट जा रहे चालकों के वाहन रुकवाए। उन्हें गुलाब का फूल देने के साथ नि:शुल्क हेलमेट पहनाया। सचेत किया कि वाहन चलाते समय हेलमेट लगाना अनिवार्य है। ऐसे ही बिना बेल्ट लगाए कार चलाने वालों को भी रोका। उन्हें फूल देकर सीट बेल्ट लगाने और उसके लाभ के बारे में बताया।
पीजीआई एपेक्स ट्रॉमा सेंटर के प्रमुख डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि भारत में 18 से 45 साल के युवाओं की सड़क हादसों में अधिक मौत होती है। पिछले साल भारत में सड़क दुर्घटनाओं में 1.7 लाख से अधिक मौत हुईं। करीब 4.5 लाख लोग स्थायी रूप से विकलांग हो गए। कार्यक्रम में न्यूरोसर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. अवधेश कुमार जायसवाल ने आयोजन सचिव डॉ. वेद प्रकाश मौर्य के प्रयासों की सराहना की। डॉ. अरुण ने बताया कि शहर के विभिन्न स्कूलों में यातायात सुरक्षा जागरुकता शपथ अभियान चलाया गया। जागरुकता कार्यक्रम में करीब 200 डॉक्टर, नर्स, नर्सिंग के छात्र और मेडिकल टेक्नीशियन कॉलेज के लोग रहे।
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