आत्म कल्याण के लिए कार्य करना भी ईश्वर सेवा है
Lucknow News - लखनऊ, संवाददाता। मोती महल लॉन में चल रही श्री राम कथा के सातवें दिन
लखनऊ, संवाददाता। मोती महल लॉन में चल रही श्री राम कथा के सातवें दिन कथा व्यास स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने भगवान के 24 अवतारों का सुंदर वर्णन किया। उन्होंने कहा कि आत्म कल्याण के लिए कार्य करना भी ईश्वर सेवा है।
बुधवार को संत सम्मेलन के लिए वृंदावन धाम से स्वामी करपात्री जी महाराज के शिष्य त्र्यम्बकेश्वर चैतन्य जी महाराज का संतों के साथ पधारने पर स्वामी राघवाचार्य जी ने हर्ष व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि ‘धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सद्भावना हो, विश्व का कल्याण हो, भारत अखंड हो.... का जयघोष जो हम लगाते हैं, यह जयघोष धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज ने दिए है। कथा में पूर्व मंत्री डॉ. अशोक बाजपेयी, प्रयागराज के सांसद कुंवर उज्ज्वल रमण सिंह, धर्म संघ विश्वविद्यालय, चुरू (राजस्थान) के स्नातक आचार्य वेद प्रकाश शर्मा, आचार्य कृष्णानंद शर्मा, राधेश्याम शर्मा, समेत बड़ी संख्या में भक्त मौजूद रहे। कथा संयोजक डॉ सप्तर्षि मिश्र ने बताया कि दो जनवरी को सन्त सम्मेलन, यज्ञ - हवन पूजन और महाप्रसाद के साथ श्रीराम कथा महोत्सव को विश्राम दिया जाएगा।
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