विश्व शांति के लिए भगवान महावीर के नियम जरूरी : सुप्रभ सागर
डालीगंज के जैन मंदिर में नौ दिवसीय इंद्रध्वज विधान विश्व शांति महायज्ञ के साथ समाप्त हुआ। जैन गुरु सुप्रभ सागर महाराज ने प्रवचन में महावीर के नियमों को विश्व शांति के लिए आवश्यक बताया। जैन श्रद्धालुओं...
डालीगंज के जैन मंदिर में चल रहे नौ दिवसीय इंद्रध्वज विधान का समापन विश्व शांति महायज्ञ के साथ मंगलवार को समाप्त हो गया। यहां जैन गुरु सुप्रभ सागर महाराज ने प्रवचन में कहा कि जैसे पूरे विश्व में आज आतंक एवं लड़ाई का माहौल बना हुआ है। इस स्थिति में भगवान महावीर के नियम बहुत ही कारगर हैं। उन्हीं के नियमों से विश्व में शांति हो सकती है। अन्यथा वह दिन दूर नहीं, जब पूरा विश्व समाप्ति की ओर बढ़ रहा होगा। 1008 मित्रों ने आहुति डाली
डालीगंज के दिगंबर जैन पार्श्वनाथ मंदिर में नौ दिन से जैन गुरु सुप्रभ सागर महाराज के सानिध्य में इंद्रध्वज विधान चल रहा था। जैन समाज के मीडिया प्रभारी सिद्धार्थ जैन ने बताया कि इस विधान में 458 जिन मंदिरों पर ध्वज फहराया जाता है। पूरे विश्व में शांति की कामना करके जैन श्रद्धालु नौ दिन तक पूजा अर्चना करते हैं। अंतिम दिन मुनि सुप्रभ सागर ने विश्व शांति महायज्ञ का समापन करवाया। जैन अनुयायियों ने पीले वस्त्र पहने और यज्ञ में 1008 मित्रों नेआहुति डालकर पूरे विश्व में महा शांति की कामना की।
एक दूसरे को रक्षासूत्र बांधा
इसके अलावा सुबह से ही सभी मंदिरों में चौक, डालीगंज, इंदिरा नगर, सआदतगंज, याहियागंज, गोमती नगर, गुडंबा के जैन मंदिरों में भक्ति भाव से समाज के लोगों ने पीले वस्त्र पहनकर 700 मुनियों एवं विष्णु कुमार की पूजा की। इस दिन पर्व की खास कथा पढ़ी गई और परस्पर रक्षा का संकल्प लेते हुए एक दूसरे को रक्षा सूत्र बांधा। जैन धर्म के 11वें तीर्थंकर भगवान शयनाथ का मोक्ष कल्याणक बड़े ही भक्ति भाव से मनाया गया। मोक्ष लाड़ू समर्पण किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से हंसराज जैन, विनय जैन, संजीव जैन, आदेश, रितेश, मनोज, सुबोध जैन और वीर कुमार आदि रहे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।