बलरामपुर अस्पताल में 45 दिनों बाद सीटी स्कैन मशीन सुधरी, डेढ़ महीने में एक हजार मरीजों की जांच टली
बलरामपुर अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन अब ठीक हो गई है और शुक्रवार से मरीजों की जांच शुरू हो गई है। हालांकि, सायरेक्स कंपनी पर मशीन बनाने में देरी के लिए 20 लाख रुपये जुर्माना लगाने की सिफारिश की गई है।...
बलरामपुर अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन सही हो गई है। शुक्रवार से मरीजों की जांच भी शुरू कर दी गई है। हालांकि, मशीन बनाने में देरी करने वाली सायरेक्स कंपनी पर महानिदेशालय स्तर से 20 लाख रुपये जुर्माना लगाने की सिफारिश की गई है। बलरामपुर अस्पताल में छह अगस्त के आसपास सीटी स्कैन मशीन खराब हुई थी। निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि उसी समय स्वास्थ्य विभाग की ओर से चयनित सायरेक्स कंपनी के इंजीनियरों को जानकारी दी गई थी। तभी से कंपनी के इंजीनियर व कर्मचारी मशीन सही करने में लगे थे। नियमत: कंपनी को किसी भी मशीन को तीन दिन या अधिक से अधिक एक सप्ताह में बनाना होता है पर गुरुवार देर रात मशीन बनाई जा सकी। इससे करीब 45 दिनों में 1000 मरीजों की सीटी स्कैन जांच नहीं हो सकी।
स्वास्थ्य महानिदेशालय के अफसरों का कहना है कि सायरेक्स कंपनी पर जुर्माना लगाने की गणना कराई जा रही है। अनुमान है कि यह जुर्माना राशि 20 लाख रुपये तक हो सकती है। सायरेक्स कंपनी के मैनेजर अजय वर्मा ने कहा कि पार्ट्स न मिलने से सीटी मशीन बनने में देरी हुई।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।