Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखनऊCM Yogi Distributes Appointment Letters to 701 Forest Inspectors in UP

भाई-भतीजावाद खत्म कर सरकार कर रही निष्पक्ष-पारदर्शी भर्तियां : योगी

- 701 वन दरोगाओं को सीएम योगी ने दिया नियुक्ति पत्र - नियुक्ति

Newswrap हिन्दुस्तान, लखनऊFri, 22 Nov 2024 05:48 PM
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- 701 वन दरोगाओं को सीएम योगी ने दिया नियुक्ति पत्र - नियुक्ति पत्र पाकर खिले नवनियुक्त वन दरोगाओं के चेहरे

- सीएम ने वन दरोगाओं को उनकी जिम्मेदारियों से कराया अवगत

- साढ़े सात वर्षों में 7 लाख से अधिक नौजवानों को दी नौकरी, दो करोड़ युवाओं को रोजगार से जोड़ा - सीएम

- पुलिस भर्ती में सफल अभ्यर्थियों को जल्द देंगे नियुक्ति पत्र - सीएम

- यूपी सरकार भर्ती प्रक्रिया में 20 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती सुनिश्चित कर रही है - सीएम

लखनऊ, विशेष संवाददाता

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मिशन रोजगार के तहत निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के तहत उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के माध्यम से चयनित 701 वन दरोगाओं का नियुक्ति पत्र वितरण किया। शुक्रवार को लखनऊ के लोकभवन सभागार में वन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने वन और पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों और सरकारी प्रतिबद्धताओं को साझा करते हुए सभी नव नियुक्त वन दरोगाओं को उनकी नई जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक किया और उन्हें बधाई दी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में व्याप्त भाई-भतीजावाद को खत्म कर निष्पक्ष और पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह नियुक्ति प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और निष्पक्ष थी, जिसमें मेरिट के आधार पर युवाओं को उनके सपनों को साकार करने का मौका दिया गया। उन्होंने उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की प्रशंसा करते हुए कहा कि 2017 से अब तक सात लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। यह पारदर्शिता और निष्पक्षता का परिणाम है कि युवाओं को बिना किसी भेदभाव के रोजगार के अवसर प्राप्त हो रहे हैं।

भर्ती प्रक्रिया से भाई-भतीजावाद और भेदभाव को खत्म किया

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पहले जब उत्तर प्रदेश में कोई भर्ती निकलती थी तो महाभारत के रिश्ते एक साथ टपक पढ़ते थे। हम लोगों ने इस पूरी भर्ती की प्रक्रिया से सारे नातेदारी और रिश्तेदारी को खत्म किया है। संबंधित अधिकारियों और विभाग को बहुत ही स्पष्ट रूप से कहा गया कि उत्तर प्रदेश की 25 करोड़ जनता हमारे परिवार का हिस्सा है और कोई भी भेदभाव उनके साथ नहीं होना चाहिए, किसी भी नौजवान के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। आपने देखा होगा कि सारी प्रक्रियाओं को बेहद पारदर्शी तरीके से संपन्न किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी ने चयनित अभ्यर्थियों से कहा कि सरकार इतने पारदर्शी तरीके के साथ इस पूरे प्रक्रिया को संपन्न करवाने के लिए आयोग और बोर्ड की मदद से इस कार्यक्रम को आगे बढ़ा रही है इसलिए सरकार आपसे बेहतर पारदर्शी और निष्पक्ष कार्य की अपेक्षा भी करती है।

साढ़े सात वर्षों में 7 लाख से अधिक नौजवानों को दी नौकरी

सरकार बनते ही 2017 में हमने सभी आयोग और बोर्ड को बहुत ही स्पष्ट रूप से कहा था कि भाई याद रखना नियुक्ति की प्रक्रिया में उसकी सुचिता उसके पारदर्शिता में किसी भी प्रकार का कहीं खोट नजर नहीं आना चाहिए और जो भी जिस भी स्तर पर लापरवाही होगी वहां पर जवाब देही भी सुनिश्चित होगी और उसका परिणाम है कि गत साढ़े सात वर्ष के अंदर हम सात लाख से अधिक नौजवानों को उत्तर प्रदेश सरकार में सरकारी नौकरी देने में सफल हुए जो प्रधानमंत्री मोदी का विजन था कि यह प्रक्रिया पूरी पारदर्शी और ईमानदारी तरीके से संपन्न होने चाहिए आज वह प्रक्रिया प्रदेश के अंदर पूरी मजबूती के साथ उतारी जा रही है।

सरकारी नौकरियों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कर रही सरकार

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नवनियुक्त 701 वन दरोगाओं में 140 महिलाएं शामिल हैं, जो महिला आरक्षण नीति के तहत किए गए प्रयासों का प्रमाण है। यह हमारी प्रतिबद्धता है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में समान अवसर प्रदान किए जाएं। महिलाओं की भागीदारी पर्यावरण संरक्षण के अभियान को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश की सभी भर्ती प्रक्रिया में 20 प्रतिशत महिलाओं का चयन कर रह है। आगमी पुलिस भर्ती में भी बड़ी संख्या में महिलाओं का चयन सुनिश्चित किया जाएगा।

पर्यावरण संरक्षण की चुनौतियों निपटना जरूरी - योगी

मुख्यमंत्री योगी ने ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसे मुद्दों को आज के समय की सबसे गंभीर चुनौतियों में से एक बताया। उन्होंने कहा कि लखनऊ समेत प्रदेश के कई क्षेत्रों में हाल ही में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण स्कूलों को बंद करना पड़ा। यह स्थिति हमें चेतावनी देती है कि हमें पर्यावरण के प्रति और अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने वन विभाग को पर्यावरण संरक्षण में अग्रणी भूमिका निभाने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि समस्या मानवजनित है तो समाधान भी मानव को ही ढूंढना होगा। उन्होंने वन विभाग के कर्मचारियों को पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करने और सामुदायिक भागीदारी सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सौंपी।

प्लास्टिक मुक्त जीवन के लिए समाज को करना होगा जागरूक

मुख्यमंत्री ने प्लास्टिक प्रदूषण के खतरों पर प्रकाश डालते हुए वन विभाग को इस दिशा में जागरूकता अभियान चलाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक हमारे पर्यावरण, वन्यजीवों और जल स्रोतों के लिए गंभीर संकट खड़ा कर रहा है। इसे रोकने के लिए बड़े पैमाने पर सामुदायिक सहयोग और जागरूकता अभियान जरूरी है। हमें लोगों को प्लास्टिक के विकल्प अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा और इसके दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करना होगा।

वन संरक्षण में जनभागीदारी सबसे अहम

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले साढ़े सात वर्षों में 200 करोड़ से अधिक वृक्ष लगाए गए हैं, जिनमें से 75 फीसदी वृक्ष जीवित हैं। यह सफलता सरकार की सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने की नीति का परिणाम है। जब जन आंदोलन किसी अभियान का हिस्सा बनता है, तो उसकी सफलता निश्चित होती है। यही रणनीति हमें वन और पर्यावरण संरक्षण में भी अपनानी होगी। उन्होंने वन विभाग को स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय बनाकर वृक्षारोपण और वन्यजीव संरक्षण को बढ़ावा देने का निर्देश दिया। वनों का संरक्षण केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं है। यह जनभागीदारी के बिना संभव नहीं है।

वन और वन्यजीव हमारे पर्यावरण का अभिन्न हिस्सा

मुख्यमंत्री ने वन्यजीव संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि वन और वन्यजीव हमारे पर्यावरण का अभिन्न हिस्सा हैं। हमें वनों और वन्यजीवों के बीच संतुलन बनाए रखना होगा। इसके साथ ही, इको-टूरिज्म को बढ़ावा देकर इसे एक आर्थिक अवसर के रूप में विकसित किया जा सकता है। वन विभाग के कर्मियों को निर्देश दिया कि वे स्थानीय समुदायों को इको-टूरिज्म के महत्व और वन्यजीव संरक्षण के प्रति संवेदनशील बनाएं।

सीएम ने वन दरोगाओं को उनकी जिम्मेदारियों से कराया अवगत

मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त वन दरोगाओं से कहा कि उनकी जिम्मेदारी केवल वनों और पर्यावरण की सुरक्षा तक सीमित नहीं है। उन्हें वन्यजीवों के संरक्षण, जैव विविधता को बनाए रखने और स्थानीय समुदायों के साथ समन्वय स्थापित करने की दिशा में भी कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि वन विभाग का हर कर्मचारी एक पर्यावरण प्रहरी है। आपकी भूमिका केवल कार्यालयों तक सीमित नहीं होनी चाहिए। आपको गांवों और समुदायों तक पहुंचकर उन्हें पर्यावरण संरक्षण की अहमियत समझानी होगी।

वन विभाग को सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता

योगी ने कहा कि वन विभाग को सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने 701 वन दरोगाओं की नियुक्ति को इस दिशा में एक बड़ा कदम बताया और भरोसा जताया कि ये कर्मी अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से उत्तर प्रदेश को पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने सभी वन दरोगाओं और उनके परिवारों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपकी नियुक्ति न केवल उत्तर प्रदेश के वनों और पर्यावरण को संरक्षित करने में सहायक होगी, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान करेगी।

वन दरोगाओं को उनके परिवारों और शुभचिंतकों की उम्मीदों पर खरा उतरने की प्रेरणा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य हमें पहचान और सम्मान दे रहा है। हमारी जिम्मेदारी है कि हम इसे हर संभव तरीके से सशक्त और समृद्ध बनाएं।

नियुक्ति पत्र पाकर खिले अभ्यर्थियों के चेहरे

नियुक्ति पत्र पाकर सभी अभ्यर्थी उत्साहित दिखे, सभी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पारदर्शी प्रक्रिया के तहत हुई चयन प्रक्रिया की सराहना की और मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। कार्यक्रम में वन पर्यावरण जन्तु उद्यान एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अरुण कुमार सक्सेना, राज्य मंत्री केपी मलिक, मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव वन एवं पर्यावरण अनिल कुमार समेत विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे।

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