मुख्यमंत्री देवरिया, भदोही, गोंडा समेत नौ जिलों के डीएम-एसपी की लापरवाही पर नाराज़
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही के मामले में सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने नौ जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की रिपोर्ट मांगी...
-आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सीएम सख्त -योगी ने शिकायतों के निस्तारण में खराब प्रदर्शन करने वाले जिलों की तलब की रिपोर्ट
-देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मीरजापुर के एसपी की रिपोर्ट तलब की
-नौ जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी के खिलाफ लिया जा सकता है सख्त एक्शन
- देवरिया, भदोही, गोंडा समेत कई जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी के खिलाफ हो सकती है कार्रवाई
- अगस्त और सितंबर में औरैया, लखीमपुर खीरी, मेरठ का शिकायतों के निस्तारण में रहा अच्छा प्रदर्शन
लखनऊ, विशेष संवाददाता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर सख्त रुख अख्तियार किया है। पिछले कई दिनों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही और हीलाहवाली की शिकायतें मिल रहीं थीं। इनमें देवरिया, भदोही, गोंडा, ललितपुर, प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, आजमगढ़ और मीरजापुर के जिले शामिल हैं। इन जिलों के शिकायतकर्ताओं ने अपनी शिकायत के निस्तारण के फीडबैक पर 70 प्रतिशत तक असंतोष जाहिर किया है। मुख्यमंत्री ने ऐसे जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की मुख्य सचिव से रिपोर्ट तलब की है। माना जा रहा है कि लापरवाह डीएम और एसएसपी, एसपी की रिपोर्ट मिलते ही बड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
देवरिया, भदोही और गोंडा के शिकायतकर्ताओं ने फीड बैक में जताया असंतोष
मुख्यमंत्री ने कुछ दिन पहले उच्च स्तरीय बैठक में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराजगी जाहिर की थी। साथ ही उन्होंने लापरवाह अधिकारियों की रिपोर्ट तलब करने के निर्देश दिए थे। इसी सिलसिले में मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने हाल ही में आईजीआरएस, सीएम हेल्पलाइन और संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों के निस्तारण की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पाया कि एक सितंबर से 25 सितंबर के बीच प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में प्रदेश के कई जिलों का प्रदर्शन ठीक नहीं है। इसमें शिकायतों के निस्तारण के बाद सीएम हेल्पलाइन एवं सीएम डैशबोर्ड से लिए गए फीड बैक में शिकायतकर्ताओं ने असंतोष जताया है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी को फटकार लगाते हुए इसमें सुधार करने के निर्देश दिए हैं। वहीं मुख्य सचिव समीक्षा बैठक की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपने वाले हैं। जानकारों की मानें तो रिपोर्ट के बाद मुख्यमंत्री लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ सख्त एक्शन ले सकते हैं।
अगस्त और सितंबर में औरैया, लखीमपुर, मेरठ का शिकायतों के निस्तारण में रहा अच्छा प्रदर्शन
मुख्य सचिव ने समीक्षा बैठक में पाया कि प्रदेश के कुछ जिलों का अगस्त, सितंबर में आईजीआरएस और सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का निस्तारण करने में अच्छा प्रदर्शन रहा है। इन्होंने समयबद्ध तरीके से शिकायतों को निस्तारित कर स्पेशल क्लोज रिपोर्ट समिट की है। इसमें अगस्त में औरैया, लखीमपुर खीरी और लखनऊ शामिल हैं। इसी तरह सितंबर में औरैया, लखीमपुर खीरी, मेरठ, सहारनपुर और गोरखपुर के जिले शामिल हैं। इस पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने इन जिलों के डीएम और एसएसपी, एसपी की प्रशंसा करते हुए अन्य जिलों के अधिकारियों को इसी आधार पर काम करने के निर्देश दिए।
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