शोध में नैतिक मूल्य का होना जरूरी
Lucknow News - लखनऊ के बीबीएयू में घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि शिविर के अंतिम दिन, डॉ. धर्मेंद्र पारे ने कहा कि शोध में नैतिकता का होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि विद्या की प्राप्ति छल से नहीं होनी चाहिए,...
लखनऊ। बीबीएयू में घुमन्तू भाषा शब्द संचय प्रविधि शिविर के आखिरी दिन रविवार को लोक कला एवं बोली विकास अकादमी के निदेशक डॉ. धर्मेंद्र पारे ने कहा कि सारे शोध केवल शोध नहीं होते हैं। शोध में नैतिकता से जुड़े पहलू भी होते हैं। कोई भी विद्या छल से प्राप्त नहीं की जा सकती और यदि की गई तो उसका कोई महत्व नहीं रह जाता। इसीलिए शोध में नैतिक मूल्य बने रहने चाहिए। साथ ही इस दौरान हमें अपने मन की पवित्रता को भी बनाकर रखना चाहिए। एमपी के लोक कला एवं बोली विकास अकादमी एवं बीबीएयू के सहयोग से आयोजित शिविर में सोसायटी फॉर एण्डेंजर्ड एंड लैसर नोन लैंग्वेजज की अध्यक्ष प्रो. कविता रस्तोगी एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. बलजीत श्रीवास्तव मौजूद रहे।
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