मोतियाबिंद के नाम पर 4300 रुपये वसूलने वाले डॉक्टर की सेवाएं समाप्त
बलरामपुर अस्पताल में मोतियाबिंद के नाम पर मरीजों से पैसे वसूलने वाले डॉ. एके वैद्य की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। हिन्दुस्तान में प्रकाशित खबर के बाद जांच के बाद सीएमओ ने यह आदेश जारी किया।...
खबर का असर - जिला स्वास्थ्य समिति की संस्तुति के बाद सीएमओ ने जारी किया आदेश
-हिन्दुस्तान में 15 अप्रैल खबर प्रकाशित कर उठाया था मामला
लखनऊ, संवाददाता।
बलरामपुर अस्पताल में मोतियाबिंद के नाम पर मरीजों से वसूली करने वाले नेत्र चिकित्सक डॉ. एके वैद्य की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान में मोतियाबिंद की मुफ्त सर्जरी के 4300 रुपए वसूले शीर्षक से प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर चल रही जांच के बाद आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मरीजों से वसूली करने वाले डॉक्टर की तत्काल सेवाएं समाप्त करने का आदेश सीएमओ की ओर से जारी कर दिया गया है।
बलरामपुर अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में एनएचएम से संविदा पर नेत्र चिकित्सक डॉ. एके वैद्य तैनात थे। इसी अप्रैल में उन्होंने उन्नाव हसनगंज निवासी सुशील सिंह की मां रामरानी के मोतियाबिंद की मुफ्त ऑपरेशन के नाम पर 4300 रुपए (4000 ऑनलाइन और 300 कैश) वसूले थे। उसके बाद ही उन्होंने ऑपरेशन किया था। इस बात की लिखित शिकायत सुशील सिंह ने डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, एनएचएम मिशन निदेशक से स्टांप पेपर पर की थी। शिकायत में साक्ष्य के तौर पर ऑनलाइन भेजे गए 4000 रुपये का स्क्रीन शॉट की भी फोटोकॉपी दी थी।
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने खबर का संज्ञान लेकर सीएमएस डॉ. एनबी सिंह व दो अन्य डॉक्टरों की टीम गठित की। उसके बाद कमेटी ने जांच रिपोर्ट सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल को सौंपी। जांच के दौरान आरोपी डॉ. एके वैद्य को ऑपरेशन करने से रोक दिया गया। सीएमओ ने मामले की जांच रिपोर्ट जिला स्वास्थ्य समिति को सौंप दी। समिति की ओर से आदेश करने में काफी देरी की गई। पांच माह बाद सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने जांच आख्या के क्रम में 10 सितंबर को संविदा नेत्र चिकित्सक डॉ. एके वैद्य की सभी सेवाएं समाप्त कर दी हैं।
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