आशा कार्यकर्त्री की मौत पर लखनऊ के CMO का ऐक्शन, अस्पताल का लाइसेंस किया रद्द
- केडी अस्पताल के गेट पर ताला लगाकर संचालक फरार हो चुका है। नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह ने बताया कि संचालक को दो बार नोटिस दिया गया पर्र कोई जवाब नहीं दिया गया है। CMO ने लाइसेंस निरस्त कर दिया है।
Hospital license canceled: लखीमपुर की रहने वाली आशा कार्यकर्त्री पूनम मौर्य (32) की मौत के मामले में लखनऊ के नवनियुक्त सीएमओ डॉ. एनबी सिंह ने बड़ी कार्रवाई की है। सीएमओ ने खदरा के केडी अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। साथ ही अस्पताल के संचालन पर रोक लगा दी है। सीएमओ का दावा है कि कई निजी अस्पतालों को नोटिस दिया गया है। यदि उनमें से मरीजों और स्टाफ से जुड़े दस्तावेज सही नहीं पाए गए तो आगे और अस्पतालों के पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल संचालक पर एफआईआर की तैयारी है।
खदरा स्थित केडी अस्पताल में लखीमपुर खीरी की आशा कार्यकर्त्री पूनम मौर्य की मौत हो गई थी। पति सुरेंद्र ने सीएमओ और स्थानीय पुलिस से शिकायत की थी। जांच में पता चला था कि केजीएमयू के ईएनटी विभाग के रेजिडेंट डॉ. रमेश कुमार ने इलाज किया, जिससे पूनम की मौत हुई। डिप्टी सीएम के संज्ञान लेने पर आरोपी डॉ. रमेश को निष्कासित कर दिया गया था व ट्रॉमा के पांच नॉन पीजी रेजिडेंट की सेवाएं समाप्त कर दी गईं।
फरार संचालक के खिलाफ होगा केस
केडी अस्पताल के गेट पर ताला लगाकर संचालक फरार हो चुका है। नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह ने बताया कि संचालक को दो बार नोटिस दिया गया पर्र कोई जवाब नहीं दिया गया है। सीएमओ ने लाइसेंस निरस्त कर दिया है। मदेयगंज इंस्पेक्टर राजेश सिंह का कहना है कि सीएमओ की रिपोर्ट के आधार पर संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
ईवा अस्पताल के संचालन पर भी लग सकती है रोक
लखनऊ के बालागंज के ईवा हॉस्पिटल में नेपाली बच्चे की मौत में लापरवाही का आरोप लगा है। सीएमओ की जांच कमेटी की टीम ने इस अस्पताल में जाकर जांच शुरू की तो पता चला कि आर्थोपेडिक के बजाए दूसरे सर्जन ने आठ साल के नेपाली बच्चे का ऑपरेशन कर दिया था। टीम को यहां पर जांच के दौरान कोई डॉक्टर भी नहीं मिला था। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में इन सब बिंदुओं को शामिल कर लिया है। नर्सिंग होम के नोडल अफसर डॉ. एपी सिंह ने बताया कि संचालक से सभी दस्तावेज आदि मांगें गए हैं। संचालन पर रोक लग सकती है।