लखनऊ में महापौर के बाद अब जल निगम के खिलाफ भड़के भाजपा पार्षद, सदन में जमकर हंगामा, निंदा प्रस्ताव
राजधानी लखनऊ के नगर निगम में भाजपा पार्षद अपनी ही पार्टी की मेयर पर भड़कने के बाद अब जल निगम पर आक्रोशित हैं। नगर निगम सदन में सोमवार को जल निगम के खिलाफ भाजपा पार्षदों का आक्रोश खुलकर सामने आया।
राजधानी लखनऊ के नगर निगम में भाजपा पार्षद अपनी ही पार्टी की मेयर पर भड़कने के बाद अब जल निगम पर आक्रोशित हैं। नगर निगम सदन में सोमवार को जल निगम के खिलाफ भाजपा पार्षदों का आक्रोश खुलकर सामने आया। भाजपा के तमाम पार्षदों ने कहा कि जल निगम के अधिकारी मनमाने तरीके से शहर में सड़क खोद दे रहे हैं। वह नगर निगम को कुछ समझते नहीं है। इनसे सारा काम वापस ले लिया जाए। भविष्य में नगर निगम से जुड़ा कोई भी काम जल निगम को नहीं दिया जाना चाहिए। खुद उपाध्यक्ष गिरीश गुप्ता ने कहा कि कई इलाकों में जल निगम ने सड़क खोद डाली हैं। एक-एक साल से व्यापारी परेशान हैं। जल निगम सड़क नहीं बना रहा है। उन्होंने सदन में इसकी निंदा की।
इससे पहले लखनऊ नगर निगम सदन की शुक्रवार को शुरू हुई बैठक हंगामे के साथ हुई। महापौर ने सीधे चर्चा शुरू करा दी। इस पर उनकी ही पार्टी भाजपा के 20 से अधिक पार्षद विरोध में उठ खड़े हुए। पार्षद बोले, ऐसे नहीं चलेगा। पहले पिछले सदन में जो कार्रवाई हुई थी उसकी पुष्टि होनी चाहिए।
सोमवार को भाजपा पार्षद मुकेश सिंह मोंटी ने कहा कि अगर पांच दिनों के भीतर जल निगम के खिलाफ नगर आयुक्त ने कार्रवाई नहीं की तो वह उनके कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ जाएंगे। भाजपा पार्षद रामनरेश रावत ने कहा कि उनके सरोजनी नगर द्वितीय वार्ड में जल निगम में दो महीने पहले बनी 200 सड़कें खोद डाली हैं। इन पर चलना मुश्किल हो गया है। महापौर ने कहा कि इस पर जल्दी ही फैसला होगा।
दो से तीन दिनों के भीतर जल निगम के खिलाफ कार्रवाई होगी। सपा पार्षद दल के नेता कामरान वेग ने भी कहा कि जल निगम ने सड़क खोद डाली हैं। उनके वार्ड में भी कई जगह सड़क खोदी गई हैं। बारिश में रोक के बावजूद सड़क खोदी गई हैं। जिसकी वजह से दुर्घटनाएं हो रही हैं। उनके वार्ड में जल निगम की ओर से खोदे गए गड्ढे में बच्चा गिर गया।
सफाई इंस्पेक्टर पर अभद्रता का आरोप, हटाने को लेकर सत्ता व विपक्ष ने नगर आयुक्त को घेरा
वहीं, नगर निगम सदन की बैठक में सोमवार को सफाई इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा को लेकर काफी हंगामा हुआ। शंकर पुरवा द्वितीय वार्ड की पार्षद श्रीमती शिवम उपाध्याय ने सदन में कहा कि इंस्पेक्टर को कुछ काम बताया जाता है तो वह अभद्रता से बात करता है। इसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने उसे हटाने की मांग शुरू कर दी। कई और पार्षद उनके समर्थन में आ गए। अभद्रता करने वाले इंस्पेक्टर को तत्काल हटाने की मांग शुरू कर दी।
पार्षदों की मांग पर नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह जवाब देने के लिए खड़े हुए। नगर आयुक्त ने सदन में कहा कि जिस इंस्पेक्टर की शिकायत की जा रही है वह सबसे ज्यादा यूजर चार्ज वसूली करने वाला इंस्पेक्टर है। जिस भी जगह उसकी तैनाती की गई उसने सबसे ज्यादा यूजर चार्ज की वसूली की। वह जिस भी वार्ड में जहां रहता है सारे अवैध काम बंद करा देता है। उन्होंने पार्षद के आरोप की जांच के लिए कमेटी बनाने का निर्देश दिया। कमेटी में अपर नगर आयुक्त को भी रखा गया है। हालांकि नगर आयुक्त की इस बात से भाजपा के कई पार्षद नाराज हो गए।
पार्षदों का कहना है कि यह महिला पार्षद की शिकायत का मामला है। लिहाजा इसे गंभीरता से लिया जाए। इंस्पेक्टर को तत्काल हटाकर शिवरी प्लांट पर तैनात किया जाए। इसको लेकर हंगामा होने लगा। खुद पार्षद श्रीमती शिवम उपाध्याय, गौरी सांवरिया वा कुछ अन्य महिला पार्षद मेयर के सामने आ गई। इंस्पेक्टर को हटाने की जिद पर अड़ गईं। पार्षदों को शांत करने के लिए महापौर सुषमा खर्कवाल ने 24 घंटे के भीतर इंस्पेक्टर को हटाने का आदेश दिया। हालांकि नगर आयुक्त ने उसे हटाने के संबंध में सदन को कोई आश्वासन नहीं दिया।
किशोर की मौत का मामला भी उठाया
पार्षद श्रीमती शिवम उपाध्याय ने उनके वार्ड में स्ट्रीट लाइट के खंभे से करंट लगने की वजह से हुई किशोर की मौत का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। एक बेगुनाह किशोर की मौत हो गई है। इस तरह की लापरवाही से लोगों की जान जोखिम में पड़ रही है। ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो। महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा इस पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
भाजपा के दो पार्षद इस्तीफा लेकर पहुंचे
नगर निगम सदन में भारी हंगामा। भाजपा के दो पार्षद सदन में इस्तीफा लेकर पहुंचे। चौक क्षेत्र के पार्षद अनुराग मिश्रा अनु तथा न्यू हैदरगंज वार्ड की पार्षद रजनी गुप्ता ने सदन में इस्तीफा देने की घोषणा की। अनुराग मिश्र सदन में इस्तीफा देने पर अड़े। इसको लेकर हंगामा हुआ। बीजेपी पार्षद इस्तीफा देने से रोक रहे थे। अनुराग ने क्रीमीलेयर वाले कुछ पार्षद को ज्यादा बजट देने का आरोप लगाया। कहा इसकी जांच होनी चाहिए।
दो धड़ों में दिखे भाजपा पार्षद
शुक्रवार को सदन शुरू होने पर पहली बार भाजपा के पार्षद दो धड़ों में बंटे दिखे थे। ऐसे में विपक्ष के साथ सत्ता पक्ष के पार्षदों का आक्रोश का भी मेयर को सामना करना पड़ा। एक दिन पहले ही पार्षदों ने नगर निगम में ही अलग बैठकें की। अपनी रणनीति बनाई। बहरहाल, भाजपा पार्षद देव शर्मा मिश्रा मुन्ना मिश्रा, नागेंद्र सिंह चौहान, राजेश सिंह गब्बर, प्रमोद सिंह राजान, भ्रगुनाथ शुक्ला सहित कई पार्षद विरोध में खड़े हो गए। पिछले सदन की बैठक में उठे मुद्दे वा समस्याएं जो पार्षदों ने उठाए थे उसका निस्तारण नहीं होने पर हंगामा किया। कहा अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। सुनवाई नहीं करते।