लखनऊ हादसा: 2010 में पास हुआ था नक्शा, 2011 में तैयार हुई थी बिल्डिंग, निर्माण क्वालिटी की जांच करेगा एलडीए
- यूपी की राजधानी लखनऊ में शनिवार की शाम को जो हादसा हुआ वह वाकई दिल दहला देने वाला था। जो बिल्डिंग गिरी है वह महज 13 साल पहले ही बनकर तैयार हुई थी। इतने कम समय में बिल्डिंग कैसे गिर गई ?इसकी एलडीए जांच करेगा।
लखनऊ के ट्रांसपोर्ट में जो बिल्डिंग शनिवार को ध्वस्त हुई एलडीए से उसका नक्शा वर्ष 2010 में पास हुआ था। करीब 13 वर्ष पहले ही यह बिल्डिंग बनकर तैयार हुई थी। भूखंड संख्या टीपीएन-54/फेज- एक एलडीए के दस्तावेजों में कुमकुम सिंगल के नाम दर्ज है। भूखंड का क्षेत्रफल 1000 वर्ग मीटर है। बिल्डिंग ध्वस्त होने के बाद लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने प्राधिकरण सचिव विवेक श्रीवास्तव, उप सचिव अतुल कृष्ण सिंह सहित इंजीनियरों की टीम को राहत बचाव के काम के लिए मौके पर रवाना किया। प्राधिकरण की पूरी टीम राहत बचाव कार्य में लगी हुई है।
लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि इस भूखंड का नक्शा 31 अगस्त 2010 को ही पास हुआ था। बिल्डिंग को बने हुए अभी लगभग 13 वर्ष ही हुए हैं। इतने कम समय में बिल्डिंग के गिरने का मतलब निर्माण की क्वालिटी अच्छी नहीं रही है। या फिर बिल्डिंग के निर्माण में कोई तकनीकी खामी रही होगी। लखनऊ विकास प्राधिकरण इसकी जांच करने में लगा है। फिलहाल बिल्डिंग में अवैध निर्माण हुआ था या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है।
देर रात एलडीए उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने दफ्तर खुलवाया। इसके नक्शे पास करने से लेकर प्रवर्तन स्तर पर की गई कार्रवाई की फाइलें निकलवाई जा रही थी। योजना से जुड़े हुए सभी अधिकारियों को दफ्तर बुलाया गया है। जबकि एक बड़ी टीम मौके पर ही राहत बचाव कार्य में लगी हुई थी। देर रात तक इसकी सभी फाइलें नहीं मिल पाई थी। एलडीए के उप सचिव अतुल कृष्ण सिंह ने बताया कि वर्तमान में कोई निर्माण नहीं हो रहा था। कोई नोटिस जारी हुई है या नहीं इसे देखा जा रहा है।
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