वकील ने प्रेमिका के पिता की सुपारी दी, शूटरों से हो गई चूक; कर दिया गलत आदमी का कत्ल
- एक साल पहले इसकी जानकारी प्रेमिका के पति को हो गई तो उसने विरोध किया। प्रेमिका ने इसकी जानकारी आफताब को दी तो उसने योजना बनाई कि अगर प्रेमिका के पिता की हत्या करा दी जाए तो वह लखनऊ शिफ्ट हो जाएगी। घर की जिम्मेदारी उस पर आ जाएगी। इससे दोनों का मिलना जुलना होता रहेगा।
Lawyer gave contract for murder of girlfriend's father: यूपी की राजधानी लखनऊ में एक वकील ने अपनी प्रेमिका के पिता की हत्या की सुपारी दी,लेकिन रोशनी कम होने के कारण शूटरों से चूक हो गई। उन्होंने ऑटो चालक का कत्ल कर दिया। खदरा में मिले शव का पोस्टमार्टम कराया गया तो पता चला कि उसे गोली मारी गई थी। जांच के बाद पुलिस ने दो शूटरों और अधिवक्ता को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी के मुताबिक महानगर निवासी ऑटो चालक मोहम्मद रिजवान का शव 30 दिसम्बर को मिला था। 31 दिसम्बर को पोस्टमार्टम हुआ। एक जनवरी को उसके बेटे अयान ने थाने में हत्या की आशंका जताते हुए तहरीर दी। उच्चाधिकारियों से गुहार लगाई। इस पर जांच के लिए टीम गठित की। सर्विलांस टीम ने 150 से अधिक सीसी कैमरे खंगाले। इसमें एक बदमाश कृष्णकांत दिखा। फिर वह यासिर के साथ बाइक से भागते दिखा। दोनों को पकड़कर पूछताछ की गई तो पता चला कि वकील आफताब अहमद ने सुपारी दी थी। हत्यारोपितों के पास से तमंचा, 14 कारतूस, तीन मोबाइल और बाइक बरामद कर ली गई है।
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डीसीपी ने बताया कि आफताब अहमद पारा के लालकोठी तेजी खेड़ा में रहता है। वह मूल रूप से गाजीपुर का रहने वाला है। खदरा की एक युवती उसके पास प्रैक्टिस करती थी, जिससे प्रेम प्रसंग हो गया था। वर्ष 2023 में प्रेमिका की दिल्ली में शादी हो गई। इसके बावजूद दोनों में बातचीत होती थी। एक साल पहले इसकी जानकारी प्रेमिका के पति को हो गई तो उसने विरोध किया। प्रेमिका ने इसकी जानकारी आफताब को दी तो उसने योजना बनाई कि अगर प्रेमिका के पिता की हत्या करा दी जाए तो वह लखनऊ शिफ्ट हो जाएगी। चूंकि घर की जिम्मेदारी उस पर आ जाएगी। इससे दोनों का मिलना जुलना भी होता रहेगा। अधिवक्ता ने प्रेमिका की हत्या के लिए लालकुआं भेड़ी मंडी निवासी परिचित मो. यासिर से संपर्क किया। यासिर ने शूटर कृष्णकांत उर्फ साजन से मुलाकात कराई। कृष्णकांत रायबरेली शिवगढ़ के भवानीगढ़ का रहने वाला है। उसने पकड़ने जाने पर पुलिस को सारी कहानी बता दी।
रिजवान के बेटे अयान ने बताया कि 31 दिसम्बर को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव सौंपा था। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद भी गोली लगने की बात छिपाती रही। वहीं, इंस्पेक्टर मदेयगंज राजेश सिंह ने दावा किया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गोली मारे जाने की पुष्टि नहीं हुई थी। अब शव को कब्र से खुदवा कर दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
सुपारी के पैसों के लिए हुआ था विवाद
हत्या के बाद कृष्णकांत ने अगले दिन बाकी 1.20 लाख रुपये मांगे तो आफताब ने मना कर दिया और पेशगी भी वापस मांगने लगा। आफताब ने उसे प्रेमिका के घर के पास ले जाकर उसके जिंदा पिता को भी दिखाया।
शूटर पर गैंगस्टर एक्ट की हो चुकी कार्रवाई
कृष्णकांत के खिलाफ गोवध अधिनियम समेत लखनऊ और बाराबंकी के विभिन्न थानों में कई मुकदमे दर्ज हैं। दरियाबाद थाने से उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई भी हो चुकी है। यासिर के खिलाफ कैसरबाग में मुकदमा दर्ज है। वहीं आफताब का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।