लॉरेंस के भाई ने शिवा को दी थी 10 लाख में दी थी बाबा सिद्दकी की सुपारी, हर महीने रकम का भी था वादा
- एसटीएफ ने उसे बहराइच के नानपारा इलाके से गिरफ्तार कर लिया। शिवा, लम्बे समय से लॉरेंस विश्नोई गिरोह के लिए काम कर रहा है और उसका बेहद करीबी है। शिवा को बहराइच बुलाकर नेपाल ले जा रहे चार अन्य युवक भी एसटीएफ के हत्थे चढ़े हैं। इनमें एक युवक मुम्बई में मौके पर पकड़े गए शूटर धर्मराज का भाई अनुराग है।
Baba Siddique Murder Case: बाबा सिद्दकी को मारने के लिए लॉरेंस विश्नोई के भाई अनमोल ने शूटर शिवा को 10 लाख रुपए में सुपारी दी थी। इसके साथ ही उसे हर महीने अलग से रकम मिलने का वादा भी किया था। शिवा, बाबा सिद्दकी की हत्या में शामिल मुख्य शूटर है। बहराइच के नानपारा इलाके से उसे रविवार की शाम एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। शिवा, लम्बे समय से लॉरेंस विश्नोई गिरोह के लिए काम कर रहा है और उसका बेहद करीबी है। शिवा को बहराइच बुलाकर नेपाल ले जा रहे चार अन्य युवक भी एसटीएफ के हत्थे चढ़े हैं। इनमें एक युवक मुम्बई में मौके पर पकड़े गए शूटर धर्मराज का भाई अनुराग है।
एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने बताया कि शूटर कैसरगंज, बहराइच निवासी शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा के साथ ही चार शरणदाता बहराइच के गण्डारा निवासी अनुराग कश्यप, ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, आकाश श्रीवास्तव और अखिलेन्द्र प्रताप सिंह भी पकड़े गए हैं।
पूना में स्क्रैप का काम करता है शिवा
डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ला के मुताबिक शिवा ने बताया कि वह पूना में स्क्रैप का काम करता है। उसके बगल में ही शुभम सोनकर की स्क्रैप की दुकान है। शुभम काफी समय से लारेंस विश्नोई गिरोह के लिए काम कर रहा है। उसने ही स्नैप चैट से लॉरेंस विश्नाई के भाई अनमोल से कई बार बात कराई थी। बाबा सिद्दीकी की हत्या के लिए उसे 10 लाख रुपए देने को कहा गया था। साथ ही हर महीने भी अलग से रकम मिलने का वादा भी किया गया था। हत्या के लिए पिस्टल, कारतूस, सिम व नया मोबाईल फोन शुभम और यासीन ने उन तीनों को दिया था। 12 अक्टूबर को तीनों ने बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी थी।
दूसरों के मोबाइल से बात करता रहा
शूटर शिवा ने एसटीएफ को बताया कि हत्या के बाद उसने मुम्बई में ही अपना मोबाइल फेंक दिया था। मुम्बई से पूना पहुंचा और वहां से झांसी होते हुए लखनऊ के रास्ते बहराइच चला गया था। रास्ते में वह अपने अन्य साथियों से किसी दूसरे का मोबाइल मांग कर बात करता रहा था। अनुराग कश्यप से जब बात की तो उसने ही बताया था कि अखिलेन्द्र, ज्ञान प्रकाश व आकाश ने नेपाल में छिपने की व्यवस्था कर ली है। सब लोग नेपाल भागने की फिराक में थे लेकिन उससे पहले पकड़ गए।
भारत- नेपाल सरहद पर अचानक बढ़ी चौकसी
भारी भरकम चार एयरबैग के साथ नेपाल के नेपाल गंज से भारतीय इलाके के रूपईडीहा में रोडवेज बस से दिल्ली जा रहे दो संदिग्धों की एटीएस के उठाने के बाद एसएसबी की सरहद पर चौकसी तेज हुई है। सरहद पर इधर से उधर आ जा रहे लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है। सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। भारत नेपाल अंतरराष्ट्रीय सरहद का इलाका दिनोंदिन संवेदनशील होता जा रहा है। सरहद पार नेपाल में बढ़ रही भारत विरोधी गतिविधियों के मद्देनजर बाबागंज में एटीएस के थाने की स्थापना के बाद से नतीजे भी सामने आ रहे हैं। हालांकि हिरासत में लिए गए संदिग्ध कौन है। इसका खुलासा नहीं हुआ है। ऐसे इनपुट जरूर मिले हैं कि यह दोनों संदिग्ध नेपाल में लंबे समय से पनाह लिए हुए थे। यही नहीं यह दोनों एटीएस के राडार पर लंबे समय से थे। इनकी गतिविधियों पर एटीएस की पैनी निगाह थी। यह सब इतनी सावधानी से हुआ कि संदिग्धों को इसकी भनक तक नहीं लग सकी कि एटीएस का शिकंजा उन पर कसता जा रहा है। रविवार दोपहर बाद से भारत नेपाल की लगभग 101 किमी लंबी सरहद पर जिस तरीके से एसएसबी की चौकसी बढ़ी है। उससे ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि एटीएस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा है।
12 अक्तूबर को वारदात के बाद से फरार था शिवा
मुम्बई में 12 अक्तूबर को पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की तीन शूटरों ने हत्या कर दी थी। दो शूटर धर्मराज कश्यप व गुरमेल सिंह को मौके पर ही पकड़ लिया गया था। शिव कुमार उस समय फरार हो गया था। यह हत्या जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई के कहने पर की गई थी। हत्या के बाद जब शिवा कई दिन तक हाथ नहीं आया तो मुम्बई क्राइम ब्रांच ने यूपी एसटीएफ से मदद मांगी थी। सर्विलांस से एसटीएफ को पता चला कि शिवा बहराइच के नानपारा में छिपा है। इसके बाद एसटीएफ ने उसे गिरफ्तार कर लिया।