लॉरेंस बिश्नोई ने अंडरवर्ल्ड का शहंशाह बनने को कराई बाबा सिद्दकी की हत्या, मुंबई से UP तक दहशत
- लारेंस बिश्नोई का दुस्साहस यह भी कि उसने खुलकर अभिनेता सलमान खान के घर फायरिंग से लेकर बाबा सिद्दीकी की हत्या तक में अपना हाथ कबूला है। जेल के अंदर से ही बिश्नोई ने हर वारदात में नए लड़कों का इस्तेमाल किया। अब एसटीएफ, एनआईए और खुफिया एजेंसियां तेजी से पड़ताल में जुटी हैं।
Lawrence Bishnoi: बीते 12 साल से जेल में बंद लारेंस बिश्नोई अंडरवर्ल्ड का ‘शहंशाह’ बनने के लिए मुंबई से यूपी तक अपनी दहशत फैलाने में लगा हुआ है। उसके गिरोह के खास लोग इसके लिए नए लड़कों को साथ जोड़ रहे हैं। इनमें अधिकतर यूपी के हैं। मुंबई में एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या से यह बात फिर सही साबित हुई। बाबा सिद्दीकी की हत्या के आरोपित शूटरों में दो युवक बहराइच के थे। इस हत्याकाण्ड ने मुंबई की फिल्मनगरी को तो दहलाया ही, साथ ही कई राज्यों की पुलिस उसके इस नेटवर्क पर हैरान रह गई।
लारेंस बिश्नोई का दुस्साहस यह भी कि उसने खुलकर अभिनेता सलमान खान के घर फायरिंग से लेकर बाबा सिद्दीकी की हत्या तक में अपना हाथ कबूला है। जेल के अंदर से ही उसने हर वारदात में नए लड़कों का इस्तेमाल किया। अब एसटीएफ, एनआईए और खुफिया एजेंसियां तेजी से पड़ताल में जुटी हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि जिन वारदात में आरोपी पकड़े जा रहे, उनका बिश्नोई से सीधे कोई ताल्लुक नहीं मिलता।
शूटरों को बिश्नोई का पता ही नहीं
खुफिया एजेन्सियों की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि बिश्नोई को मजबूत करने के लिए उसके खास गुर्गों का एक बड़ा नेटवर्क है। ये लोग वारदात के लिए नए लड़कों को कई तरह का लालच देकर अपने साथ कर लेते हैं। फिर हत्या करने, रंगदारी वसूलने के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं। इन नए लड़कों को यह पता ही नहीं रहता है कि वह बिश्नोई गिरोह के लिए काम कर रहे हैं। वारदात होने के बाद इन लड़कों को पता चलता है कि लारेंस बिश्नोई ने उनका इस्तेमाल किया है।
एसटीएफ ने मुम्बई तक की छापेमारी
यूपी में लारेंस बिश्नोई गिरोह की जड़ें तलाश करने के लिए एसटीएफ लगी हुई है। एसटीएफ के एक एएसपी, दो डिप्टी एसपी और तीन इंस्पेक्टरों की टीम इस आपरेशन में लगाई गई है। एसटीएफ की एक टीम बाबा सिद्दीकी की हत्या में इस्तेमाल शूटर धर्मराज कश्यप और शिव गौतम का नेटवर्क पता करने लिए बहराइच गई थी। यह टीम अपना काम पूरा कर पाती तभी, वहां मूर्ति विसर्जन को लेकर बवाल हो गया। इस वजह से यह टीम पूरा काम नहीं कर पाई। बहराइच से ब्योरा मिलते ही यह टीम मुम्बई जाएगी।
लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ीं खास बातें
-बीते 12 साल में लॉरेंस बिश्नोई पर 36 मुकदमें दर्ज हुए
-बिश्नोई पहली बार वर्ष 2012 में बठिंडा जेल में बंद हुआ
-असली नाम सतविंदर सिंह,गैंगस्टर गोल्डी बरार के साथ अपराध जगत में आया
-वर्ष 2010 में उसके खिलाफ पंजाब में पहली एफआईआर हुई
-वर्ष 2023 में तिहाड़ जेल से अहमदाबाद की साबरमती जेल भेजा गया
-लारेंस को हत्या, रंगदारी के छह मामलों में सजा हो चुकी है
-उसके खिलाफ 26 मुकदमे विचाराधीन हैं।