मौनियों के नृत्य से छाई बुंदेलखंड में ब्रज की छटा
ललितपुर में गोवर्धन पूजा के दौरान बुंदेलखंड के कृष्ण उपासकों ने मौनिया टोलियों के माध्यम से सांस्कृतिक उत्सव मनाया। गांव-गांव में निर्जला मौन व्रत लेकर ये टोलियां मंदिरों में गईं और भगवान श्रीकृष्ण से...
ललितपुर। दीपावली के दूसरे दिन शुक्रवार को गोवर्धन पूजा संग बुंदेलखंड के कृष्ण उपासकों की मौनिया टोलियों ने इस धरा में ब्रज का रस घोल दिया। निर्जला मौन व्रत रहकर गांव की इन ग्रामीण टोलियों ने मंदिर-मंदिर जाकर भगवान श्रीकृष्ण से स्वयं, परिवार, समाज के लिए समृद्धि, सुख, शांति के लिए कामना की। शाम को वापस संकल्पस्थल लौटकर पूजन पश्चात इन्होंने व्रत खोला। शुक्रवार को जनपद के गांव-गांव से मौनियों की टोलियां संकल्पस्थल से निर्जला मौन व्रत का संकल्प लेकर भ्रमण और मंदिरों में पूजन अर्चन को निकलीं। अपनी प्राचीन परंपरा को संजोए यह ग्रामीण उल्लास और उमंग से जगह-जगह नृत्य करते रहे। स्थानीय लोगों ने इनका अभिवादन किया। यह टोलियां कई मंदिरों में गईं और भगवान का पूजन अर्चन करके उनसे सुख समृद्धि मांगी। मंदिरों के परिसरों में इन टोलियों ने भगवान का ध्यान करते हुए नृत्य किया। गांव व शहर के मंदिरों में नृत्य और पूजन पश्चात यह टोलियां वापस अपने संकल्यस्थल लौट आईं। यहां पारंपरिक पूजन पश्चात इन ग्रामीणों ने अपना व्रत खोल। इस दरम्यान मौनिया की टोलियां आकर्षण का प्रमुख केंद्र रहीं। बुंदेली संस्कृति में रचे बसे यहां की परंपराओं के जानकारों ने बताया कि मौनिया नृत्य बुंदेलखंड की सांस्कृतिक पहचान है। इस दिन पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र में हजारों टोलियां यह नृत्य करती हैं। इस परंपरा को संभाले भगवान श्री कृष्ण के भक्त उनके प्रति अपना समर्पण करते हैं। लोगों ने इस नृत्य का खूब आनंद उठाया।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।