यूपी बोर्ड प्रायोगिक परीक्षा में बड़ा बदलाव, एप के माध्यम से देने होंगे नंबर
Lakhimpur-khiri News - यूपी बोर्ड ने 2025 की प्रायोगिक परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नई व्यवस्था लागू की है। परीक्षक छात्रों के अंक परीक्षा केंद्र पर विशेष मोबाइल एप पर अपलोड करेंगे, जो परीक्षा केंद्र के...
लखीमपुर, संवाददाता। यूपी बोर्ड ने 2025 की प्रायोगिक परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नई व्यवस्था लागू की है। अब परीक्षकों को छात्रों के अंक परीक्षा केंद्र पर ही बोर्ड के विशेष मोबाइल एप पर अपलोड करने होंगे। यह एप केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में काम करेगा। साथ ही, परीक्षकों को छात्रों के साथ सेल्फी लेकर उसे एप पर अपलोड करना होगा। प्रधानाचार्य को परीक्षा की निगरानी और रिकॉर्डिंग की जिम्मेदारी दी गई है। सख्त नियमों और तकनीकी उपायों से परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित होगी। यूपी बोर्ड ने वर्ष 2025 की प्रायोगिक परीक्षाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए कई बड़े बदलाव किए हैं। अब परीक्षक मोबाइल एप के माध्यम से ही परीक्षा केंद्र पर छात्रों को अंक प्रदान करेंगे। यह प्रक्रिया बोर्ड द्वारा विकसित एप के माध्यम से होगी, जो परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में ही काम करेगा। इस वर्ष पहली बार परीक्षकों को छात्रों के अंक मोबाइल एप पर अपलोड करने होंगे। परीक्षा केंद्र से बाहर जाते ही एप स्वचालित रूप से काम करना बंद कर देगा। जानकारी के अनुसार परीक्षकों को एप का लिंक और पासवर्ड परीक्षा से पहले उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही, छात्रों के साथ ली गई सेल्फी भी एप पर अपलोड करनी होगी। प्रायोगिक परीक्षा के दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य को परीक्षा की रिकॉर्डिंग करने का निर्देश दिया गया है। रिकॉर्डिंग को बोर्ड में भेजना अनिवार्य होगा। ताकि परीक्षकों और छात्रों की गतिविधियों की निगरानी हो सके। इस बार प्रायोगिक परीक्षाएं दो चरणों में आयोजित की जाएंगी। जिले में होने वाली प्रायोगिक परीक्षाएं पहले चरण में 23 से 31 जनवरी तक चलेगी। एक दिन में अधिकतम 80 छात्रों की परीक्षा ली जा सकेगी। अगर किसी स्कूल में 400 छात्र हैं, तो परीक्षक को कम से कम पांच दिन उस केंद्र पर रहना होगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।