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देर रात माने ग्रामीण, पोस्टमार्टम को भेजा जा सका शव

पलियाकलां में बाघ के हमले का शिकार बने ग्रामीण का शव उठाने को लेकर वन विभाग और ग्रामीणों के बीच विवाद हुआ। ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जताई। रेंजर के समझाने के बाद शव को पोस्टमार्टम...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीमपुरखीरीTue, 29 Oct 2024 11:43 PM
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पलियाकलां। मझगईं क्षेत्र के फार्म हाउस पर काम करते समय बाघ का शिकार बने ग्रामीण का शव उठाने को लेकर आधी रात तक वन विभाग व ग्रामीणों के बीच विवाद चलता रहा। ग्रामीण वन विभाग की लापरवाही व मौके पर देर से पहुंचने को लेकर नाराज थे। रेंजर द्वारा समझाने के बाद रात करीब 12 बजे ग्रामीण माने और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा सका। ग्रामीणों का कहना था कि वन विभाग के अधिकारी वन्यजीवों का शिकार बने लोगों के प्रति लापरवाह हैं और कोई ध्यान नही देते हैं। सोमवार को चौखड़ा फार्म निवासी सोमा सिंह के फार्म पर राजापुरवा निवासी बाबूराम अपने साथियों के साथ काम कर रहा था। जहां पर बाघ ने उसको अपना निवाला बना लिया था। मामले की जानकारी देने के बाद भी वन विभाग का कोई अधिकारी व कर्मचारी कई घंटे तक नहीं पहुंचा था। इस बीच पुलिस पहुंच गई थी और उसने ग्रामीणों के सहयोग से गन्ने के खेत से युवक का अधखाया शव बरामद कर लिया था। वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों के न पहुंचने को लेकर ग्रामीण व परिवारजन नाराज हो गए थे और उन लोगों ने शव को उठाने से मना कर दिया था। ग्रामीणों ने मौके पर शव को रखकर वहीं पर डेरा जमा लिया था। पुलिस ने काफी कोशिश की शव को किसी तरह पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाए लेकिन ग्रामीण व परिवारजन राजी नहीं हुए थे। देर रात तक यही स्थिति बनी रही थी। बाद में मौके पर पहुंचे मझगई रेंजर अंकित कुमार ने ग्रामीणों को काफी समझाया और उन्हें बताया कि दूसरे इलाके में तेंदुए का मूवमेंट था जिसको लेकर सभी वनकर्मी वहीं पर मौजूद थे। जब उन्हें इस घटना की जानकारी मिली तो वे लोग तेंदुए की निगरानी के लिए अन्य स्टाफ को छोड़कर यहां आए है। आधी रात चली वार्ता के बाद ग्रामीण व परिवारजन राजी हुए और रात करीब बारह बजे शव को मौके से उठने दिया। रेंजर अंकित कुमार ने परिवारजन को यह आश्वासन दिया है कि नियमानुसार उन्हें मुआवजा दिलाया जाएगा और बाघ को पकड़ने के लिए तुरंत प्रयास किया जाएगा। इस संबंध में रेंजर अंकित कुमार ने बताया कि ग्रामीण कुछ नाराज थे जिन्हे समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। साथ ही बाघ को पकड़ने के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है। उसे पकड़ने के लिए पिजड़ा लगाया जाएगा जिसकी तैयारी चल रही है।

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