मकान में उतरता मिला सरकारी कोटे का गेहूं
निघासन में तहसीलदार और नायब तहसीलदार ने एक घर से 60 क्विंटल सरकारी गेहूं बरामद किया। गेहूं खुली और बंद बोरियों में था। मकान मालिक के सुपुर्द कर मामले की जांच जारी है।
निघासन। फोन पर मिली सूचना पर तहसीलदार ने नायब तहसीलदार के साथ कस्बे के एक घर में छापेमारी कर करीब साठ क्विंटल गेहूं बरामद किया। इसमें कुछ फर्श पर बिखरा पड़ा था। कुछ खुली बोरियों में और कुछ चार बंद बोरियों में था। ये बोरियां सरकारी कोटे वाली बताई गईं। सारी बोरियां एक कमरे में बंद करके तथा खुला गेहूं एक किनारे तिरपाल से ढकवाकर मकान मालिक के सुपुर्द किया गया है। मामले की जांच की जा रही है। तहसीलदार भीमचंद ने बताया कि रविवार दोपहर बाद उनको और एसडीएम को किसी ने फोन करके कस्बे की झंडी रोड पर मेन चौराहे से करीब सौ मीटर दूर मूड़ा बुजुर्ग गांव के रहने वाले धनीराम गुप्ता के मकान में सरकारी खाद्यान्न की बोरियां उतरने की सूचना दी। एसडीएम राजीव निगम के निर्देश पर वह नायब तहसीलदार दिव्यांशु शाही के साथ वहां पहुंचे। वहां खड़े एक ट्रक से बोरियां उतारी जा रही थीं। ट्रक में गेहूं की कुछ बोरियां बची थीं। उनको मिलाकर मकान में तीस बोरी गेहूं मिला।
इनमें 26 बोरियों का मुंह खुला था। चार बोरियां बंद थीं। ये सारी बोरियां सरकारी कोटे की दुकान वाली होने से गेहूं सरकारी खाद्यान्न लग रहा था। इसके अलावा करीब पैंतीस क्विंटल गेहूं आंगन में फैला हुआ था। चारों बंद बोरियां इसी में दबी थीं। तहसीलदार ने ट्रक को कोतवाली भेजते हुए गेहूं की बोरियां उसी मकान के एक कमरे में बंद करके सील कर दीं और खुले गेहूं को आंगन में ही इकट्ठा करवा कर तिरपाल से ढकवा दिया। सारा गेहूं धनीराम के लड़के कौशल की सुपुर्दगी में दिया गया है। धनीराम गुप्ता के मुताबिक उनको यह गेहूं गुलरीपुरवा पहुंचाना था। रास्ता खराब होने से ट्रक वहां नहीं जा पाया। इसी वजह से इसे यहां उतरवा दिया गया था। गेहूं की बोरियां खुल जाने से उनको सही करके रखवा रहे थे।
कोटे की बोरियां होने से पहली नजर में यह गेहूं कोटे का लगता है। इसे सील करके सुपुर्दगी में दिया गया है। मामले की जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी।
- भीमचंद, तहसीलदार
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