काफी समय से जर्जर है भारत और नेपाल को जोड़ने वाली सड़क
भारत-नेपाल सीमा पर सड़कों की खराब स्थिति ने आम लोगों और एसएसबी जवानों का आवागमन मुश्किल बना दिया है। मोहाना नदी की बार-बार बाढ़ से सड़कों में बड़े गड्ढे बन गए हैं, जिससे व्यापार और गश्त प्रभावित हो रही...
तिकुनियां। भारत-नेपाल सीमा पर सड़कों की बदहाली ने आम लोगों का आवागमन मुश्किल बना दिया है। मोहाना नदी की बाढ़ हर साल इन सड़कों की हालत बिगड़ जाती है। बारिश और बाढ़ का सामना न कर पाने से इन सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे बन जाते हैं। इनसे एसएसबी जवानों को गश्त और पेट्रोलिंग में भी दिक्कत होती है। आलम यह है कि इस साल आई बाढ़ के बाद इन सड़कों पर केवल गहरे गड्ढे, धूल-मिट्टी और नीचे से निकले पत्थर ही रह गए हैं। इनकी वजह से इस पर चलना बेहद मुश्किल और खतरनाक है। यहां की रननगर और खखरौला की एसएसबी चौकियां भारत-नेपाल सीमा पर गश्त करती हैं। एसएसबी जवानों को सीमा की निगरानी और पेट्रोलिंग के लिए इन्हीं खस्ताहाल सड़कों पर गुजरना पड़ता है। इससे उनको काम करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। व्यापार मंडल महामंत्री आशीष अग्रवाल ने बताया कि बार्डर की प्रमुख भारतीय मंडी तिकुनियां और नेपाल की मंडी टीकापुर व भजनी के बीच करोड़ों का व्यापार होता है लेकिन खस्ताहाल सड़कों से व्यापारियों को बहुत नुकसान उठाना पड़ रहा है। गन्ना विकास परिषद की तरफ से ये सड़कें ठेके पर बनवाई गई थीं, लेकिन घटिया सामग्री की वजह से ये जल्द ही टूट गईं।
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