बच्चों का चेहरा देखने को तरसती हुई हार गई जिंदगी की जंग

कोरोना से जंग लड़ते हुए एक महिला 13 वें दिन हार गई। उसकी मौत हो गई। महिला आखिरी वक्त तक बच्चों को देखने की गुहार लगाती रही। डॉक्टरों ने भरोसा दिया...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीमपुरखीरीFri, 21 May 2021 03:30 AM
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मैलानी-खीरी।

कोरोना से जंग लड़ते हुए एक महिला 13 वें दिन हार गई। उसकी मौत हो गई। महिला आखिरी वक्त तक बच्चों को देखने की गुहार लगाती रही। डॉक्टरों ने भरोसा दिया कि एक-दो दिन में उसे घर जाना है। पर उसकी सांस टूट गई।

कस्बा मैलानी के वार्ड नंबर 7 मोहल्ला काली मंदिर निवासी सुमित अग्रवाल की धर्मपत्नी मीनू अग्रवाल(38 वर्ष) को 6 मई की शाम अचानक बुखार आने के बाद सांस लेने में दिक्कत होने लगी। अगले दिन 7 मई को ऑक्सीजन लेवल काफी नीचे आ जाने के कारण आनन फानन सुमित अग्रवाल ने अपनी पत्नी को जिला अस्पताल खीरी में भर्ती कराया। अगले दिन 8 मई को कोरोना जांच के लिए सैंपल भेजा गया। पता चलता है कि मीनू अग्रवाल कोरोना पॉजिटिव है। आगे के इलाज के लिए नकहा स्थित कोविड सेंटर के लिए भेज दिया जाता है, जहां पर इलाज के दौरान प्रतिदिन हालत में सुधार होता रहता है। इसी बीच मीनू अपने पति से अपने छोटे-छोटे चारों बच्चों से मिलने की इच्छा जाहिर करती है मगर सुमित कोरोना महामारी के चलते इस बात को टाल देता रहा। 18 मई की शाम अचानक तबीयत बिगड़ गई। बुधवार की शाम 6 बजे मीनू की बच्चों से मिलने की तमन्ना दिल में रखे हुए वह जिंदगी से लड़ रही जंग हार गई।

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