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इनसे सीखे: किसानों ने बनाई कम्पनी, कर रहे काले गेंहू की खेती

भारत-नेपाल सीमा से सटे खीरी जिले के पलिया इलाके के किसानों ने परंपरागत खेती को छोड़कर अब नए ढंग से खेती करनी शुरू कर दी है। करीब 200 किसानों ने एक...

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीमपुरखीरीSun, 10 Jan 2021 03:09 AM
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लखीमपुर-खीरी।

भारत-नेपाल सीमा से सटे खीरी जिले के पलिया इलाके के किसानों ने परंपरागत खेती को छोड़कर अब नए ढंग से खेती करनी शुरू कर दी है। करीब 200 किसानों ने एक कंपनी बनाई है। इन किसानों ने खेती में नए-नए प्रयोग शुरू कर दिए हैं। मकनपुर के किसान ने एक हेक्टेयर में काला गेहूं उगाया है। उन्होंने कंपनी के अन्य तमाम किसानों को भी काला गेहूं का बीज दिया है। काला गेहूं स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक है।

मकनपुर गांव के रहने वाले किसान करमजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने काला गेहूं के बारे में जानकारी की। पंजाब के लुधियाना यूनिवर्सिटी से काला गेहूं का बीज लेकर आए। एक हेक्टेयर में उन्होंने यह गेहूं बोया है। सीडीओ अरविन्द सिंह के प्रयास से क्षेत्र के 200 किसानों ने मिलकर एक एफपीओ बनाया है। एफपीओ (फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाजेशन) में शामिल किसान शहद उत्पादन, औषधीय खेती आदि कर रहे हैं। इस कंपनी में करमजीत सिंह भी शामिल हैं। उन्होंने कंपनी के सात किसानों को भी गेहूं का बीज दिया है किसानों ने इसको बोया है। अब खेतों में गेहूं की फसल लहलहा रही है। ये गेहूं का बीज सामान्य गेहूं से कम लगता है। गेहूं का पौधा कल्ले ज्यादा देता है। इससे उत्पादन अच्छा होता है। इस साल शुरुआत की है। अगर बाजार अच्छा मिला तो अगले साल गेहूं की खेती और बढ़ाई जाएगी। करमजीत सिंह बताते हैं कि इस गेहूं में रासायनिक खाद की जगह वर्मीकंपोस्ट खाद डाली है, जिससे इसकी गुणवत्ता और बढ़ जाएगी।

80 रुपये किलो बिकता है काला गेहूं

-सामान्य गेहूं जहां 15 से 18 रुपए किलो बिक रहा है वहीं काला गेहूं 80 रुपए किलो के हिसाब से बाजार में बिकता है। हालांकि सरकारी स्तर पर इस गेहूं की खरीद नहीं होती है लेकिन इस गेहूं की गुणवत्ता इतनी अच्छी है कि बाजार में नकद भाव में बिक जाता है। जिला कृषि अधिकारी सत्येन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि जिले के कई किसानों ने काला गेहूं की खेती शुरू की है।

स्वास्थ के लिए फायदेमंद है काला गेहूं

कृषि वैज्ञानिक बताते हैं कि काला गेहूं स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा है। आमतौर पर भूरे गेहूं का उपयोग खाने के लिए किया जाता है, लेकिन अब खीरी जिले के किसानों ने काले गेहूं के फायदों को देखते हुए इसकी खेती शुरू की है। बताया जाता है कि काला गेहूं में फाइबर, प्रोटीन, मैग्नीशियम, कार्ब्स जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह दिल की बीमारियों के साथ शरीर में ब्लड शुगर कम करने में अहम भूमिका निभाता है। बताते हैं कि इसमें प्रोटीन, एन्टी ग्लूकोज, एन्टी ऑक्सीडेंट, जिंक और आयरन प्रचुर मात्रा में होता है।

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