हिम्मत और पति के सहयोग से जीती कोविड से जंग
पंचायत चुनाव के दौरान मुझे कोविड का संक्रमण हो गया था। मतदान के अगले ही दिन मुझे तेज बुखार, खाँसी व सिर दर्द शुरू हो...
लखीमपुर-खीरी। पंचायत चुनाव के दौरान मुझे कोविड का संक्रमण हो गया था। मतदान के अगले ही दिन मुझे तेज बुखार, खाँसी व सिर दर्द शुरू हो गया। जांच कराई तो रिपोर्ट पॉजिटिव आई। पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही कोविड से संबधित खबरें दिमाग में घूमने लगीं। लेकिन मेरे पति प्रभात ने मुझे हौसला बंधाया। मैंने खुद को घर में एक हवादार कमरे में आइसोलेट कर लिया। डॉक्टर की सलाह पर दवा लेनी शुरू की। भाप और काढ़ा समेत देशी इलाज भी किया। आइसोलेशन के दौरान मैंने महसूस किया कि सोशल मीडिया पर आ रही कोविड रिलेटेड केजुअल्टीज की खबरें संक्रमित व्यक्ति का मनोबल गिरा रही हैं। यह महसूस करते ही मैंने सोशल मीडिया से दूरी बना ली। हां आइसोलेशन के दौरान मैंने योगा और प्राणायाम भी किया और संतुलित आहार लिया। राकेश मोहन की आधे-अधूरे और चार्ल्स डूइंग की द पावर ऑफ हैबिट नामक किताबें पढ़ीं। हौसला बनाये रखा। अब मेरी रिपोर्ट निगेटिव है। कोविड संक्रमण के दौरान पति प्रभात व सास के अनथक सहयोग से मैं स्वस्थ हो पायी। मैंने महसूस किया यदि हिम्मत रखी जाए और परिवार वाले साथ दे तो कोविड से आसानी से जंग जीती जा सकती है।
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