सवालों के घेरे में कोविड हॉस्पिटल के वेंटीलेटर
खीरी जिले में कोविड अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल पा रही है। ऐसे में मरीज अपने परिजनों के सामने ही दम तोड़ रहे हैं।...
लखीमपुर-खीरी।
खीरी जिले में कोविड अस्पताल में भर्ती गंभीर मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा नहीं मिल पा रही है। ऐसे में मरीज अपने परिजनों के सामने ही दम तोड़ रहे हैं। वहीं कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर होने और काम करने के साथ ही इनकी संख्या को लेकर भी स्थिति साफ नहीं हो रही है। जिला अस्पताल और कोविड अस्पताल प्रशासन के दावे अलग-अलग कहानी बयान कर रहे हैं।
जगसड़ कोविड अस्पताल में आक्सीजन पर भर्ती कई मरीजों की हालत गंभीर होने पर उनको वेंटिलेटर की सुविधा न मिलने से मौत हो जा रही। कोविड अस्पताल में दस वेंटिलेटर होने की बात कहीं जा रही है। हकीकत इससे उलट है। दस में से सात वेंटिलेटर पर उपकरण ही नहीं है। शेष तीन वेंटिलेटर चलाने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ का न होना बताया जा रहा। इसमें टैक्नीशियन की कमी है। वहीं दूसरी तरफ जिला आस्पताल दो चरणों में 16 वेंटिलेटर भेजने का दावा कर रहा है। इसमें पहले छह और महज 15 दिन पहले दस और वेंटिलेटर भेजने की बात कह रहा है। इसके चलते कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर को लेकर संशय बन गया है।
वेंटीलेटर को लेकर हंगामा
तीन दिन पहले शहर के ही रहने वाले डाक विभाग के कर्मचारी राम खिलावन मिश्र की मौत कोविड अस्पताल में वेंटिलेटर न मिलने से हुई थी। एक दिन पहले बिजुआ में रहने वाली एक महिला की मौत की वजह वेंटिलेटर न मिल पाना ही बताया जा रहा है। इन मामलों से अस्पताल प्रशासन सवालों के घेरे में है।
कोविड अस्पताल में 10 वेंटीलेटर मौजूद है। इनमें से 7 वेंटीलेटर में जरूरी उपकरण ही नहीं लगे हैं। इसके साथ वेंटिलेटर संचालित करने के लिए टेक्नीशियन की भी कमी है।
डा. संतोष वर्मा, कोविड अस्पताल इंचार्ज
जिला अस्पताल से पहले छह वेंटीलेटर भेजे गए थे। इसके बाद अभी 15 दिन पहले 10 और वेंटिलेटर भेजे गए हैं। इस हिसाब से तो 16 होने चाहिए।
डा. आरसी अग्रवाल, सीएमएस जिला अस्पताल
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