निर्माण की जांच को पहुंची पर्यटन विभाग की टीम ने लिए सैंपल
Lakhimpur-khiri News - गोला गोकर्णनाथ में छोटी काशी कॉरिडोर निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत पर बुधवार को पर्यटन विभाग की टीम जांच के लिए पहुंची। उन्होंने निर्माण सामग्री का परीक्षण किया और मानक विहीन सामग्री के उपयोग पर सवाल...

गोला गोकर्णनाथ। छोटी काशी कॉरिडोर निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत पर बुधवार को पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर की अगुवाई में जांच टीम गोला पहुंच गई। कॉरिडोर परिसर में हो रहे निर्माण को बारीकी से परखा, प्रयोग की जा निर्माण सामग्री का परीक्षण किया। छोटी काशी कॉरिडोर निर्माण में निर्माण सामग्री को लेकर सवाल उठ रहे थे। एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें तीर्थ की सीढ़ियों पर लग रही पाइपों के टूटने का नजारा था। जिसे लेकर हिन्दुस्तान ने खबर भी प्रकाशित की। एसडीएम विनोद गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच कराये जाने की बात कही थी। शहर में चर्चा हो रही थी कि कॉरिडोर निर्माण में मनमानी की जा रही है। मानक विहीन निर्माण सामग्री प्रयोग करने के साथ ही मार्बल लगाने में जो मसाला लगाया जा रहा है, उस पर भी सवाल उठ रहे थे। वायरिंग के लिए डाली गई पाइप डालते ही टूट रही है। पाइप ऐसी कम्पनी की बताई गई थी जो मार्केट में ही नहीं है। बुधवार को एक टीम निर्माणाधीन छोटीकाशी कॉरिडोर परिसर पहुंच गई। बताया गया कि इस टीम में पर्यटन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कल्याण सिंह, पीएन सिंह, जगदीश मिश्रा, यूपीपीसीएल के संकल्प वर्मा और पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता तरुणेन्द्र त्रिपाठी, एके सिंह सहित कई अधिकारी शामिल थे।
निर्माण सामग्री के लिए सैंपल, मसाले की जांच
टीम ने पूरे कॉरिडोर परिसर का निरीक्षण कर तीर्थ कुण्ड में बन रही सीढ़ियों को देखा। मार्बल की मोटाई से लेकर चौड़ाई देखी, मसाले की जांच की। एक्सपर्ट ने मसाले को परख नली में डाल कर चेक किया। मौरंग, बजड़ी, सीमेंट का सैंपल लिया और कार्यदाई संस्था के अधीक्षण अभियंता संकल्प वर्मा, जेई विवेक वाजपेयी , एपी सिंह सहित ठेकेदार रीना कंस्ट्रक्शन को निर्देश दिए। निरीक्षण करने आई टीम ने निर्माण में प्रयोग किया जा रहे हैं। 30 एमएम चौड़े पत्थर पर कड़ी आपत्ति जताई। कहा 40 एमएम के पत्थरों का प्रयोग किया जाए। 30 एमएम के पत्थर तत्काल हटाए जाए।
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