Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़लखीमपुरखीरीGhaghra River Erosion Threatens Mathurpur Residents Forced to Evacuate

माथुरपुर गांव तक पहुंची नदी, आशियाना तोड़ रहे लोग

घाघरा नदी का कटान माथुरपुर में तेज हो गया है, जिससे ग्रामीणों को अपना आशियाना छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ रहा है। प्रशासन ने कटान रोकने के प्रयास किए हैं, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है।

Newswrap हिन्दुस्तान, लखीमपुरखीरीThu, 29 Aug 2024 04:46 PM
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रमियाबेहड़। माथुरपुर में घाघरा नदी का कटान काफी तेज हो गया है। नदी ने रात भर में दस मीटर भूमि काट कर आबादी की ओर बढ़ गई है। अब नदी और आबादी की दूरी बहुत ही कम बची है। ऐसी स्थिति में ग्रामीणों के सिर से उनका आशियाना उजड़ने का खौफ मंडराने लगा है। यहां तक माथुरपुर के ग्रामीण कोकिला देवी, कल्लू, श्रीराम, प्रेम प्रकाश, अपना आशियाना तोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पलायन शुरू कर दिया है। डीएम के निर्देश पर एसडीएम राजेश कुमार, अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड एचआर वर्मा, बीडी गौतम ने रात को रुक कर सुबह सात बजे तक परक्यूपाइन, बम्बूक्रेट का प्रयोग करके छह जेसीबी को लगवाकर कटान रोकने का काम कराया गया। लेकिन रात में नदी ने जबरदस्त कटान करते हुए दस मीटर भूमि निगल कर आबादी की ओर बढ़ गई। कटान का भयंकर रूख देख जहां ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गईं। माथुरपुर में सबसे पहले प्राथमिक विद्यालय माथुरपुर निशाने पर आ गया है। प्रधानाध्यापक विद्याधर पाल ने बताया कि विद्यालय के पास नदी का कटान तेज गति से हो रहा है। इसकी सूचना खंड शिक्षा अधिकारी धर्मेश यादव को दे दी गई है। तहसीलदार आदित्य विशाल, लेखपाल विष्णु वर्मा, कानूनगो, सुधीर श्रीवास्तव, लेखपाल देशराज वर्मा, सुन्दर लाल, माथुरपुर गांव की आबादी को बचाने के लिए लगाए गए हैं।

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