यूपी में छाए खीरी के बेसिक स्कूल, रैंकिंग में मिला दूसरा स्थान
खीरी जिले के बेसिक के स्कूल अपनी खूबसूरती व बेहतर व्यवस्थाओं के लिए पूरे प्रदेश में छा गए हैं। लखनऊ के एयरपोर्ट पर खीरी जिले के स्कूलों का फोटो...
लखीमपुर-खीरी।
खीरी जिले के बेसिक के स्कूल अपनी खूबसूरती व बेहतर व्यवस्थाओं के लिए पूरे प्रदेश में छा गए हैं। लखनऊ के एयरपोर्ट पर खीरी जिले के स्कूलों का फोटो लगा है। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत अब खीरी जिले का नाम पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर आया है। सीडीओ अरविन्द सिंह की मेहनत रंग लाई। जारी की गई रैकिंग में सभ 18 पैरामीटर्स को पूरा करते हुए खीरी जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। पहले स्थान पर वाराणसी रहा है। इटावा तीसरे अम्बेडकर नगर चौथे और बरेली को इसमें पांचवां स्थान मिला है। महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने खीरी जिले के सीडीओ अरविन्द सिंह के कामकाज की सराहना की है।
ऑपरेशन कायाकल्प के तहत बेसिक के इन्फ्रास्ट्रक्चर बेहतर बनाने के लिए 18 बिन्दुओं को निर्धारित किया गया। इन बिन्दुओं पर पूरे प्रदेश के स्कूलों का सर्वे कराया गया। वर्ष 2020-21 में कराए गए कामों का सभी बिन्दुओं पर प्रदेश के 1.11 लाख स्कूलों के सर्वे के बाद इसकी रैंकिंग जारी की गई है। महानिदेशक बेसिक शिक्षा विजय किरन आनंद ने रविवार को जो रैंकिंग जारी की है उसमें खीरी जिले को दूसरा स्थान पूरे प्रदेश में मिला है। इसके साथ ही सीडीओ अरविन्द सिंह के कामकाज की सराहना भी उन्होंने की है। ऑपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों में शौचालय, टाइल्स, ब्लैक बोर्ड, किचन, पेयजल की सुविधा, रनिंग वाटर आदि की व्यवस्था कराई जानी थी। इसके लिए कंपोजिट ग्रांट के साथ ही ब्लॉकों, ग्राम पंचायतों व जलनिगम के माध्यम से काम कराए जाने थे। जिला शिक्षा समिति के अध्यक्ष सीडीओ अरविन्द सिंह ने स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए सभी विभागों से सामंजस्य कर काम कराए। ब्लॉक वार स्कूलों की समीक्षा की। खुद भी निरीक्षण किए। सभी पैरामीटर्स पर काम कराया गया। शिक्षा विभाग सभी पैरामीटर्स पर स्कूलों का सर्वे कराता है। सर्वे के बाद जो रैंकिंग जारी की गई उसमें खीरी जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। इससे शिक्षा विभाग के अधिकारियों, प्रशासन में खुशी है।
बोले सीडीओ
ऑपरेशन कायाकल्प के तहत जिले में अच्छा काम हुआ है। सभी बीडीओ, बीएसए, डीपीआरओ ने निर्धारित पैरामीटर्स पर काम कराया है। हर स्कूल में बच्चों को स्वच्छ पेयजल मिले। रनिंग वाटर सप्लाई हो इसके लिए स्कूलों के हैंडपम्पों में मोटर डलवाया गया है। वाटर सप्लाई की फिटिंग कराई गई है। रैंकिग में जो दूसरा स्थान मिला है उसके लिए सभी बीएसए, बीडीओ, डीपीआरओ व शिक्षकों की मेहनत का परिणाम है। बेहतर काम करने वाले अधिकारियों, शिक्षकों को इसके लिए बधाई।
अरविन्द सिंह, सीडीओ
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