ऑस्कर में ‘लापता लेडीज’, स्पर्श बोले-भरोसा था; फिल्म में निभाया है दूल्हे दीपक का रोल
- लापता लेडीज से जुड़ी सूचना जैसे ही स्पर्श को मिली, तो उन्होंने पुष्ट करने के बाद सबसे पहले अपनी मां रागिनी श्रीवास्तव से इसे साझा किया। स्पर्श कहते हैं- मैंने इस फिल्म में बहुत मेहनत की। यह एक स्वस्थ कॉमेडी और सामाजिक संदेश देती फिल्म है। मेरा किरदार दीपक का है, जो शादी करके ट्रेन से गांव लौटता है।
ऑस्कर की विदेशी फिल्म कैटेगरी में हिन्दी फिल्म ‘लापता लेडीज’ में दूल्हे दीपक का किरदार निभाने वाले अभिनेता स्पर्श श्रीवास्तव का ताल्लुक ताजनगरी से है। इस उपलब्धि से उत्साहित स्पर्श ने ‘हिन्दुस्तान’ से कहा- उन्हें भरोसा था कि ये फिल्म बड़ी पहचान दिलाएगी, लेकिन अभी और बेहतर के लिए संघर्ष जारी है। वर्ष 2010 में रियलिटी शो ‘चक धूम धूम’ जीतकर डांसर के तौर पर सुर्खियां बटोरने वाले स्पर्श अब अपने अभिनय से पहचान बना रहे हैं।
लापता लेडीज से जुड़ी सूचना जैसे ही स्पर्श को मिली, तो उन्होंने पुष्ट करने के बाद सबसे पहले अपनी मां रागिनी श्रीवास्तव से इसे साझा किया। बकौल स्पर्श- मैंने इस फिल्म में बहुत मेहनत की। यह एक स्वस्थ कॉमेडी और सामाजिक संदेश देती फिल्म है। मेरा किरदार दीपक का है, जो शादी करके ट्रेन से गांव लौटता है। जब दुल्हन गांव पहुंचती है तो घूंघट उठाते ही वो किसी और की दुल्हन निकलती है। इसके बाद मुख्य दुल्हन की तलाश शुरू होती है। अंत तक अपनी पत्नी को ढूंढ़ता है और दूसरी दुल्हन को भी उसके मुकाम तक पहुंचाता है।
स्पर्श कहते हैं कि फिल्म के निर्माता आमिर खान और निर्देशक किरण राव के साथ ही मशहूर कलाकार रवि किशन ने बेहतर अदाकारी के लिए उनका उत्साह बढ़ाया है। सही मायने में यह परिणाम बीते सात साल से मायानगरी में जारी संघर्ष का नतीजा है। संघर्ष में मां का पूरा साथ मिला है। मैंने भी सोच लिया था कि जब मुंबई आ गया हूं तो पीछे मुड़कर नहीं देखूंगा। वर्ष 2020 में फिल्म ‘जामताड़ा-सबका नंबर आएगा’ ने मेरे दिन बदल दिए। संघर्ष करने में जो मजा आया, वह किसी में नहीं आ सकता। संघर्ष उनके जीवन का हिस्सा बन गया है। जब इसे दिल से किया जाए तो खूब आनंद देता है। अब मैं इसी को जी रहा हूं।
पिता का किरदार निभाने वाले पंकज भी आगरा से
लापता लेडीज फिल्म में मुख्य किरदार दीपक (स्पर्श श्रीवास्तव) के पिता विदुर (पंकज शर्मा) भी आगरा के माईथान से हैं। इस समय मलाड, मुंबई में रह रहे हैं। उन्होंने फोन पर बताया कि फिल्म जब ऑस्कर के लिए चुनी गई, तो बहुत खुशी हुई। सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि इसमें अभिनय करने वाले दोनों ही मुख्य किरदार आगरा से हैं। पंकज ने बताया कि वे 1990 से आगरा के दयाल कला मंच से जुड़े हुए हैँ। दयाल प्यारी दयाल उनकी गुरु रही हैं। 'गधे की बारात' से लेकर तारक मेहता का उल्टा चश्मा, ये रिश्ता क्या कहलाता है, सावधान इंडिया, क्राइम पैट्रोल, कुछ तो लोग कहेंगे सहित 300 धारावाहिक में काम कर चुके हैं। इसके साथ ही अकीरा, मुंबई कांट डांस शाला, बारहवीं फेल सहित कई फिल्मों में काम किया है। उन्होंने बताया कि अभी नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ कॉस्ट आफ फर्नांडीज पर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि आगरा के माईथान से कई हस्तियां हैं, जिन्होंने नाम रोशन किया है। शुरू में लगता था कि शायद बॉलीवुड में काम नहीं मिलेगा। लेकिन मेहनत रंग लाती है। उसका परिणाम आपके सामने हैं।
डांसर बनने का सपना अभिनेता बनने तक ले गया
आगरा से सटे राजस्थान की सीमा में बसे कस्बे राजाखेड़ा स्पर्श श्रीवास्तव का जन्म 1999 में हुआ था। उन्होंने दसवीं तक की शिक्षा मिलिट्री स्कूल में पाई थी, जबकि 11-12वीं आगरा के जॉन मिल्टन पब्लिक स्कूल से प्राप्त की। स्पर्श का सपना बचपन से ही एक डांसर बनने का था। इसी रूप में उन्होंने अपना करियर शुरू किया था। लेकिन बाद में ऐसी किस्मत खुली कि उन्हें वेब सीरीज और फिल्मों आदि में अच्छे काम के जरिए पहचाना जाने लगा। इसके बाद उन्होंने फिल्मों की तरफ ही रुख कर लिया।
स्पर्श ने अपने शुरुआती दौर में आगरा में क्लासिकल नृत्य की शिक्षिका रुचि शर्मा से नृत्य सीखना शुरू किया था। वर्ष 2010 में उनकी नृत्य प्रतिभा देखकर उनकी टीचर रुचि ने उन्हें डांस रियलिटी शो चक धूम धूम में जाने के लिए प्रेरित किया। वहां स्पर्श ने मात्र 11 साल की उम्र में फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के सामने प्रतियोगिता जीतकर सबको भौंचक्का कर दिया था।
इसके बाद स्पर्श श्रीवास्तव को 'बालिका वधू' शो में भी देखा गया था, जिसमें उन्होंने 'कुंदन' की भूमिका निभाई थी। उन्हें 'फियर फाइल्स' और 'महाराजा रणजीत सिंह' जैसे शो भी मिला। 2020 ने उन्हें अपराध आधारित सीरीज 'जामताड़ा-सबका नंबर आएगा' के लिए चुना गया था। इसमें उनकी सनी नाम किरदार था और वो लकवाग्रस्त बने थे। बताया जाता है कि वे शो के डायरेक्टर से एनेस्थीसिया लेकर अपना अभिनय करते थे। इसमें उनके सहज अभिनय के लिए काफी सराहना मिली थी।