Hindi NewsUttar-pradesh NewsKushinagar NewsWater ATMs Fail to Quench Thirst in Kushinagar Villages

ग्रामीण चौराहों पर लगे वाटर एटीएम कुछ माह चलकर हुए बन्द

Kushinagar News - कुशीनगर में लगाए गए वाटर एटीएम ग्रामीणों की प्यास बुझाने में असफल साबित हो रहे हैं। लाखों रुपये की लागत से लगाए गए ये एटीएम कुछ महीनों में ही खराब हो गए हैं। ग्रामीणों ने मशीनों की मरम्मत की मांग की...

Newswrap हिन्दुस्तान, कुशीनगरWed, 7 May 2025 07:49 AM
share Share
Follow Us on
ग्रामीण चौराहों पर लगे वाटर एटीएम कुछ माह चलकर हुए बन्द

कुशीनगर। निज संवाददाता ग्राम पंचायतों में क्षेत्र पंचायत व अन्य निधि से लगाए गये वाटर एटीएम अब ग्रामीणों की प्यास बुझाने में विफल साबित हो रहे हैं। जिले के सभी 14 ब्लॉकों के कई गांवों में लाखों रुपये की लागत से लगाये गये वाटर एटीएम कुछ ही महीने काम करने के बाद ठप पड़ गये। जिले के विभिन्न गांवों में लोगों को शुद्ध व ठंडा पेयजल उपलब्ध कराने को लेकर विभिन्न निधियों से प्रमंख बाजारों में वाटर एटीएम लगाया गया था। इसके लगने के बाद लोगों को कुछ माह तक तो शुद्ध पानी मिला, लेकिन देख रेख के अभाव में ये वॉटर एटीएम एक-एक कर खराब होते गये और गांव के जिम्मेदार भी इपर ध्यान नहीं दिये।

गांवों के स्थानीय लोगों की मानें तो यह योजना शुरुआती दौर में बड़े जोर-शोर से शुरू की गई थी। तमाम गांव के प्रमुख चौराहों पर वाटर एटीएम लगाये गये, जिससे ग्रामीणों को 24 घंटे शुद्ध और ठंडा पेयजल मिल सके। लेकिन महज चार से छह महीने के भीतर ही अधिकांश मशीनें या तो बंद हो गईं या खराब पड़ी हैं। पडरौना ब्लॉक के सिंधुआ बाजार, रविंद्र नगर, भटवलिया हाटा ब्लॉक के महुआडीह लौंगरापुर, कुरमौटा, सतुगढ़ही बाजार आदि गांवों में लगे वॉटर एटीएम एक साल से खराब पड़ा है। ग्रामीणों का कहना है कि इन वॉटर एटीएम से पानी मिलना बंद हो चुका है और अब गर्मी के मौसम में पीने के पानी की किल्लत और बढ़ गई है। कुछ स्थानों पर मशीनें कबाड़ जैसी हालत में पहुंच चुकी हैं, तो कहीं ताले लटके हैं। ग्रामीणों ने मशीनों की मरम्मत कराकर चालू करने की मांग की है। ग्राम पंचायत में विभिन्न निधियों से वाटर एटीएम लगे हैं। हालांकि इसकी संख्या उपलब्ध नहीं है। जिन भी गांव में लगे हैं, उनकी देखरेख की जिम्मेदारी गांव के जिम्मेदारों की होती है। उन्हें समय समय पर मरम्मत कार्य कराकर लोगों को शुद्ध पानी की व्यवस्था को शुचारु रखना चाहिये। मशीनों का रख-रखाव न होने से वे खराब हुई हैं। इसके लिये पंचायतों की जवाबदेही तय होगी। आलोक कुमार प्रियदर्शी- डीपीआरओ

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें