रात्रि निवास नहीं करने से बेकार पड़े ब्लॉक में अधिकारियों के बने आवास
Kushinagar News - कुशीनगर के सुकरौली ब्लॉक में लाखों रूपए की लागत से बने आवासों में जिम्मेदार अधिकारी रात में निवास नहीं कर रहे हैं, जिससे ग्रामीणों को समस्याओं के समाधान के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। बीडीओ और...
कुशीनगर। निज संवाददाता ब्लॉक परिसर में लाखों रूपए की लागत से बने आवास जिम्मेदारों के रात्रि निवास नहीं करने से बेमतलब साबित हो रहे हैं, जबकि आवंटित आवासों में रात्रि विश्राम करने के लिए शासन के सख्त निर्देश हैं। सुकरौली ब्लॉक में तैनात जिम्मेदारों को आवास का आवंटन होने के बावजूद रात्रि विश्राम करने से कतरा रहे हैं। इससे दूरदराज से फरियाद लेकर पहुंच रहे ग्रामीणों को घंटों इंतजार के बाद वापस लौटना पड़ रहा है।
ब्लॉक परिसर के अधिकारियों को रात्रि निवास के लिए लाखों रूपए खर्च कर आवास बनाए गये हैं। बीडीओ व एडीओ पंचायत के लिए एक-एक आवास तथा पंचायत सचिव के लिए छह आवास बने हुए हैं। इन आवासों का आंवटन भी ब्लॉक के अधिकारियों व कर्मचारियों को कर दिया गया है। इसमें सिर्फ एडीओ पंचायत ही अपने आवंटित आवास में रात्रि निवास करते हैं। जबकि बीडीओ व अन्य सचिव अपने आवंटित आवासों में रात्रि निवास नहीं करते है। दूरदराज से आने वाले अधिकारी समय से कार्यालय नहीं पहुंच पाते हैं। वहीं अपनी समस्या लेकर ब्लॉक पर पहुंचे फरियादियों को घंटों इंतजार करना पड़ता है। घंटों इंतजार के बाद ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को देरी होने से मायूस होकर वापस घर लौटना पड़ता है। पीड़ित फरियादियों द्वारा जब अनुपस्थित जिम्मेदारों की जिले के उच्चाधिकारियों से कार्यालय से अनुपस्थित होने की शिकायत की जाती है तो उल्टे ये ब्लॉक क्षेत्र का दौरा व निरीक्षण का बहाना बनाकर जिले के अधिकारियों को अपने पक्ष में सहमत कर लेते है। ग्रामीण क्षेत्र से फरियाद लेकर आये लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सुकरौली ब्लॉक में तैनात बीडीओ आये दिन अपने कार्यालय से नदारद रहती हैं। कर्मचारियों द्वारा अक्सर यह कहा जाता है कि जिले पर मीटिंग हैं। शासन द्वारा आवंटित आवास पर रात्रि निवास करने के सख्त निर्देश के बावजूद ब्लॉक में तैनात अधिकारी व कर्मचारी पर कोई असर नहीं पड़ रहा है।
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