घनी आबादी से बाहर लोगों को पसंद आ रहीं सस्ती जमीनें
Kushinagar News - पडरौना। बढ़ती भौतिकवादिता और एकाकी जीवनशैली का चलन तेजी से बढ़ा है। इसका असर
पडरौना। बढ़ती भौतिकवादिता और एकाकी जीवनशैली का चलन तेजी से बढ़ा है। इसका असर यह है कि आबादी वाले क्षेत्रों से निकलकर लोग कम शोर-गुल वाले एवं सुविधायुक्त स्थानों पर आशियाना बनाने में दिलचस्पी अधिक दिखाने लगे हैं। इसकी वजह से नई-नई कॉलोनियां बसती जा रही हैं। ऐसी जमीनें न केवल घनी आबादी वाले क्षेत्रों से सस्ती पड़ रही हैं, बल्कि आवागमन, जल निकासी, खुली हवा और कई अन्य मायनों में उपयुक्त रह रही हैं।
यही कारण है कि पडरौना शहर के अंदर कीमती जमीन पर रहने की बजाए लोग कसया रोड, कठकुइयां रोड, रामकोला रोड, खड्डा रोड और खिरकिया रोड की तरफ वाणिज्यिक प्रतिष्ठान या आशियाना बनाने में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं। जनपद मुख्यालय के निकट नए बन रहे बाईपास रोड के किनारे भी घर बनाने में रुचि दिखाने लगे हैं।
शहर में इतनी कीमती हैं जमीनें:
पडरौना शहर के प्रमुख स्थलों की बात करें तो सुभाष चौक से तिलक चौक तक 24 हजार प्रति वर्गमीटर, तिलक चौक से साहबगंज होते हुए बावली चौक तक 23 हजार प्रति वर्ग मीटर, तिलक चौक से राजदरबार तक 23 हजार प्रति वर्गमीटर, धर्मशाला रोड (राजेश्वरी कटरा से धर्मशाला रोड होते हुए साहबगंज रोड तक) 21 हजार प्रति वर्गमीटर, बावली चौक तिराहा से खड्डा रोड तक 18 हजार से 22 हजार प्रति वर्गमीटर, बावली चौक तिराहा से रामकोला रोड 18 हजार से 22 हजार प्रति वर्गमीटर तक दर निर्धारित है।
इससे सस्ती जमीन रेलवे स्टेशन रोड से डिग्री कॉलेज व बेलवा चुंगी होते हुए जटहां रोड तक 16 हजार प्रति वर्गमीटर, कठकुइयां मोड़ से कठकुइयां रोड 19 हजार प्रति वर्ग मीटर, पडरौना नगरपालिका सीमा क्षेत्र में कुबेरस्थान रोड पर 6900 से लगायत 18 हजार प्रति वर्गमीटर, कसेरा टोली मोड़ से बेलवा चुंगी तक 16,500 रुपये दर निर्धारित है। इसके बावजूद लोग इन घनी आबादी वाले क्षेत्रों से निकलकर नए मार्गों के किनारे जमीन लेना ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
बस रहीं नई-नई कॉलोनियां:
लोगों के इस बदलते रुझान को देखते हुए नई-नई कॉलोनियां बसती जा रही हैं, जहां सस्ते दर पर जमीनें बिक रही हैं। जनपद मुख्यालय के निकट सरस्वती चौक से निकल रहे बाईपास रोड, रिलायंस पेट्रोलपंप के निकट, बलुचहां सायरी माता मंदिर के निकट, खड्डा रोड, कुबेरस्थान रोड, कठकुइयां रोड, रामकोला रोड, खिरकिया रोड, मुख्य पश्चिमी गंडक नहर की पटरी के किनारे, कसया रोड, छावनी के शिवसागर कॉलोनी, आवास विकास कॉलोनी, राजपूत कॉलोनी सहित कई ऐसे स्थान हैं, जहां या तो नई कॉलोनियां बसाई जा रही हैं या कुछ वर्षों के अंदर विकसित हुई हैं। इन स्थानों पर जलनिकासी, आवागमन से जुड़ी समस्याएं फिलहाल नहीं हैं। ये जमीनें शहर की घनी आबादी की अपेक्षा सस्ती होने के कारण लोग खरीदने में रुचि भी दिखा रहे हैं।
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