कुशीनगर से पडरौना तक 23.8 किमी सड़क होगी फोरलेन
कुशीनगर से पडरौना तक 23.810 किमी लंबी फोरलेन सड़क का निर्माण होगा। इसमें बाईपास भी बनाया जाएगा। परियोजना को एनएच मंत्रालय ने मंजूरी दी है और निर्माण 24 महीनों में पूरा होगा। इससे शहरों में ट्रैफिक कम...
कुशीनगर, वरिष्ठ संवाददाता। बुद्ध की महापनिर्वाण स्थली कुशीनगर से पडरौना तक की कुल 23.810 किमी लंबी सड़क फोरलेन होगी। इस सड़क के निर्माण के दौरान कसया व पडरौना दोनों शहरों के लिए चार लेन का बाईपास भी बनाया जाएगा ताकि दोनों प्रमुख शहरों पर ट्रैफिक का अतिरिक्त लोड न पड़े। परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधीन दिल्ली स्थित एडीजी कार्यालय ने मंजूरी दे दी है। जरूरत के अनुसार भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। एनएच प्राधिकरण ने परियोजना पूरी करने की अवधि 24 महीने तय की है।
राज्य सभा सांसद आरपीएन सिंह ने बताया कि एनएच प्रधिकरण ने जिले की एनएच 28 बी को एनएच 727 के रूप में मंजूर किया है। कुशीनगर से बिहार बॉर्डर तक कुल 58 किमी लंबा एच-727 जनपद कुशीनगर से होकर गुजरता है। इसमें से 46.5 किमी का निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय के अधीन दिल्ली स्थित एडीजी कार्यालय द्वारा स्वीकृत कर दिया गया है। इस परियोजना के तहत कुशीनगर फ्लाईओवर से पडरौना तक 23.810 किमी सड़क फोरलेन बनेगी। इसका स्टार्टिंग प्वाइंट कुशीनगर में फोरलेन के सटे वहां से होगा, जहां से कसया व इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए सड़क निकलती है। यह फोरलेन सड़क कसया व पडरौना शहर से बाहर से बाइपास बनाकर निकाली जाएगी। ताकि शहर के अंदर किसी तरह के छेड़छाड़ की जरूरत न पड़े। शेष पडरौना से बिहार बॉर्डर पनियहवा तक 22.69 किमी का डबल लेन विद पेव्ड शोल्डर निर्माण कार्य किया जाएगा।
डबल लेन विद पेव्ड शोल्डर का मतलब है, 12 मीटर चौड़ी एलीवेटेड रोड, जिसके दोनों तरफ़ डेढ़ मीटर जगह गाड़ी खड़ी करने के लिए छोड़ी जाएगी। डबल-लेन राजमार्ग उन सड़कों को कहते हैं जिनमें क्रॉस सेक्शन में दो लेन होती हैं। इनमें से एक लेन यात्रा की एक दिशा के लिए और दूसरी लेन यात्रा की दूसरी दिशा के लिए होती है। कभी-कभी सड़क के एक या दोनों किनारों पर पासिंग लेन जोड़ी जाती हैं। इससे क्रॉस सेक्शन तीन या चार लेन तक भी बढ़ जाता है।
कसया में 3.99 व पडरौना में 9.26 किमी लंबा बनेगा बाईपास
इस फोरलेन सड़क में कुशीनगर कसया के किनारे से 3.99 किमी और पडरौना के बगल से 9.26 किमी लंबा बाईपास बनाया जाएगा। माना जा रहा है कि कुशीनगर में ओवरब्रिज के नीचे से फोरलेन का निर्माण शुरू होकर इंटरनेशनल हवाई अड्डा फोरलेन होते हुए कसया पडरौना रोड के बैरिया चौराहे पर मिलेगी। इंटरनेशनल एयरपोर्ट से पडरौना कसया रोड पर बैरिया चौराहे तक पहले से डबल लेन सड़क है। इसे चौड़ा कर फोरलेन बनाया जाएगा। इसी तरह पडरौना शहर में भी फोरलेन नहीं बनेगा। बल्कि जिला मुख्यालय से पहले से ही इसकी दिशा मुड़ जाएगी। पडरौना शहर के बाहर से ही इसे सीधे खड्डा रोड से मिला दिया जाएगा। यह जगह पडरौना खड्डा रोड पर रेलवे क्रॉसिंग से आगे होगी।
पडरौना शहर के चारों ओर हो जाएगा रिंग रोड, जाम से मिलेगी मुक्ति
फोरलेन को पडरौना से बाहर बाइपास के जरिए खड्डा रोड में जोड़ देने के बाद शहर के चारों ओर से बाइपास यानि रिंग रोड हो जाएगा। रसस्वती चौक से जंगल अमवा होते हुए खिरकिया तक डबल लेन सड़क का निर्माण 80 फीसदी तक पूरा हो चुका है। उधर मंसा छापर से पडरौना खड्डा रोड पर नेबुआ नौरंगिया तक भी डबल लेन का सड़क का निर्माण हो चुका है। इसके बाद जिला मुख्यालय के लिए खड्डा, जटहा बाजार या रामकोला की ओर से लोगों को पडरौना शहर आने की जरूरत नहीं होगी।
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