अन्याय के विरुद्ध लड़ने की प्रेरणा देता है किसान शहीद दिवस
रामकोला, हिन्दुस्तान संवाद। बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर आंदोलन में
रामकोला, हिन्दुस्तान संवाद।
बकाया गन्ना मूल्य भुगतान को लेकर आंदोलन में शहीद किसानों की स्मृति में लगातार 32वें वर्ष 10 सितंबर को रामकोला में किसान शहीद दिवस मनाया जाएगा। इसकी तैयारी के लिए जनता इंटर कालेज में रविवार को बैठक हुई। इस बैठक में कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए कार्यकर्तओं में ऊर्जा भरी गई।
1992 में रामकोला की तत्कालीन गंगेश्वर चीनी मिल पर गन्ना मूल्य का साढ़े नौ करोड़ बकाए को लेकर गेट पर हुए आंदोलन के नायक व पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने कार्यकर्ताओं के साथ रविवार को बैठक की। इसमें कहा कि आंदोलन के 23वें दिन निहत्थे किसानों पर 10 सितंबर, 1992 को तत्कालीन सरकार ने गोलियां चलवाई थीं। उसमें दो किसान जमादार मियां एवं पड़ोही हरिजन शहीद हो गए थे। उनकी शहादत पर उसी समय से प्रत्येक वर्ष किसान शहीद मेला का आयोजन होता रहा है। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी शहीद किसानों की 32वीं पुण्यतिथि का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए आप सभी कार्यकर्ता एकजुटता दिखाते हुए बढ़ चढ़कर हिस्सा लें। पूर्व मंत्री ने आगे कहा कि किसानों की शहादत आने वाली पीढ़ी के लिए अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध लड़ने की प्रेरणा देती रहेगी।
पूर्व विधायक पूर्णमासी देहाती ने लोगों से किसान शहीद मेला में भरी संख्या में आने की अपील की। बैठक की अध्यक्षता विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष निठूरी राजभर तथा संचालन मुन्ना अंसारी ने किया। इस दौरान सपा के काशी नरेश सिंह, राजेश्वर गोविन्द राव, रणविजय सिंह, ब्लॉक प्रमुख दिग्विजय सिंह लक्ष्मण, युवजन सभा के जिलाध्यक्ष देवेंद्र यादव, विजय यादव, यशवंत उर्फ संत सिंह, रामसूरत शर्मा, सभासद जनार्दन यादव, संजय सिंह, छोटे यादव, आनंद दीक्षित, दिलशाद आलम, हरि यादव, जंत्री यादव, भगवंत कुशवाहा, राजेश यादव आदि उपस्थित रहे।
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