तमकुही क्षेत्र में किसानों के दुश्मन बने नीलगाय व जंगली सुअर
Kushinagar News - तमकुही विकास खंड के गांवों के किसान नीलगाय और जंगली सुअरों के आतंक से परेशान हैं। इन जानवरों की वजह से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं, लेकिन सरकार का ध्यान इस ओर नहीं है। किसान अब खेती छोड़ने पर विचार...

समउर बाजार। तमकुही विकास खंड के रजवटिया नरायणपुर, बगही, बलुआ शमशेर शाही, बिहार बुजुर्ग, बलुआ तकिया, गगलवा, पटहेरवा, परसौनी खुर्द आदि दर्जनों गांव के लोगों की आजीविका खेती पर निर्भर है। इन गांवों के किसानों के फसलों कि दुश्मन नीलगाय व जंगली सुअर बने हुये हैं। इनके आतंक से किसान काफी परेशान हैं। नीलगायों का झुण्ड घर के नजदीक खेतों में उगाई गयी फसलों को सफाचट कर दे रहे हैं, लेकिन सरकार व सरकारी अमले का ध्यान इस तरफ आकृष्ट नहीं होने से किसान अब खेती से मुंह मोड़ने का विचार बनाने लगे हैं। क्षेत्र के प्रमोद राय, बनवारी गुप्ता, प्रदीप तिवारी (पंडित बाबा), जमील अहमद, विनोद सिंह, मुरलीधर तिवारी, धीरज शर्मा, नथुनी शर्मा, नत्थू गुप्ता, रामविलाश गुप्ता, मुरत प्रसाद, लालजी प्रसाद आदि किसानों ने शासन व प्रशासन से नीलगायों व जंगली सुअरों से फसलों को बचाने के लिए कड़े कदम उठाने की मांग की है।
------- प्रदेश के बुंदेलखंड में सोलर फिनसिंग योजना पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में लागू है। कुशीनगर के किसानों ने कृषि मंत्री के समक्ष यह समस्या उठाई थी। सरकार इसपर कुछ विचार करने वाली है। डॉ. मेनका सिंह, जिला कृषि अधिकारी कुशीनगर
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