आसमान में बादल छाने के साथ हुई बूंदाबांदी, सर्दी से लोग बेहाल
Kushinagar News - पडरौना में शनिवार को मौसम बेहद सर्द रहा, पूरे दिन सूर्य का दर्शन नहीं हुआ। तापमान में गिरावट आई, अधिकतम 19°C और न्यूनतम 10°C दर्ज किया गया। सुबह कोहरे और बादलों के कारण सर्दी बढ़ी। दुकानों पर ऊनी...
पडरौना, निज संवाददाता। ठंडक के मौसम में शनिवार को मौसम खूब सर्द रहा। ठंडक के सीजन में पहली बार पूरे दिन सूर्यदेव का दर्शन नहीं हुआ। सुबह से लेकर शाम तक आसमान बादल छाने के साथ हल्की बूंदाबांदी हुई। सर्दी के चलते लोग बेहाल रहे। सुबह कोहरा तथा दिन में बदली के कारण तापमान में काफी गिरावट रही। बेहतर बारिश होने से किसानों को गेहूं के फसल को फायदा होता, लेकिन बूंदाबांदी से सिर्फ सर्दी बढी है। शनिवार को अधिकतम तापमान 19 व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियश रहा, जो सामान्य से पांच डिग्री कम रहा। इसके कारण लोग ठिठुरते नजर आये।
ठंडक के मौसम में दिन में धूप खिलने के कारण लोगों में ठंडक का असर कम दिख रहा था। दिन में ज्यादा धूप और रात सर्द हो रही थी। दिसंबर महीना समाप्त होने के कगार पर होने के बावजूद लोगों को ठंड का एहसास नहीं हो रहा था। मौसम में शनिवार की सुबह यकायक करवट बदलने से लोगों को अंदर से हिलाकर रख दिया है। सुबह हल्का कोहरा रहा। इससे ठंडक पर गहरा असर पड़ा। इसके बाद पूरे दिन आसमान में बदली छायी रही। दोपहर में हल्की बूंदाबांदी तथा हवा चलने के कारण शनिवार दिसंबर महीने का सबसे सर्द दिन रहा।
पूरे दिन धूप नहीं निकलने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोग ठिठुरते नजर आये। लोग जरूरी काम से बाहर निकले। दोपहर बाद सड़कें खाली रहीं। दुकानों पर ऊनी कपड़ों की डिमांड बढ गई थी। एक दिन पूर्व शुक्रवार को तापमान अधिकतम 26 व न्यूनतम 9 डिग्री रहा, जबकि शनिवार को यह घटकर अधिकतम 19 व न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियश पर पहुंच गया।
मौसम वैज्ञानिक स्रुति बी सिंह ने बताया कि 29 दिसंबर को भी आसमान में छिटपुट बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी होने तथा सुबह के समय कोहरा छाए रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान 19 से 24 डिग्री सेल्सिसश और न्यूनतम तापमान 10 से 13 डिग्री सेल्सियश के बीच रहने की संभावना है। सुबह और शाम में सापेक्षिक आर्द्रता 77 से 85 फीसदी और 58 से 62 फीसदी के बीच रहने की संभावना है। पूर्वानुमान के दौरान 02-07 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से पछुआ हवा चलने की संभावना है।
स्वयं के साथ दुधारू पशुओं को बचाएं:
पडरौना। मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि ठंडक में स्वयं के साथ दूधारु पशुओं के रख-रखाव एवं खानपान पर विषेश ध्यान दें। पशुओं को रात में खुले स्थानों पर नहीं रखें। बिछावन के लिए सुखी घास या राख का उपयोग करें। विलम्ब से बोयी गयी गेहूं की फसल, जो 21 से 25 दिन की हो गयी है। उसमें 30 किलो नाइट्रोजन प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें।
गेहूं की बुआई के 30 से 35 दिन के बाद ही पहली सिंचाई के बाद गेहूं की फसल में कई प्रकार के खर-पतवार उग आते हैं। इन खरपतवारों का विकास काफी तेजी से होती है और यह गेहूं की बढ़वार को प्रभावित करते हैं। इससे उपज प्रभावित होती है। इन सभी प्रकार के खरपतवारों के नियंत्रण के लिए सल्फोसल्फयुरॉन 33 ग्राम प्रति हेक्टेयर एवं मेटसल्फयुरॉन 20 ग्राम प्रति हेक्टेयर दवा 500 लीटर पानी में मिलाकर खड़ी फसल में छिड़काव करें।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।