83 दिन बाद खुला बुद्ध महापरिनिर्वाण मंदिर, भिक्षुओं ने की पूजा  

वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर बंद कुशीनगर के ऐतिहासिक बौद्ध मंदिरों के कपाट 83 दिन बाद आम लोगों के दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए। पुरातत्व निदशक के आदेश पर इन मंदिरों को 18 मार्च को बंद कर दिया गया...

Ajay Singh हिन्‍दुस्‍तान टीम , कुशीनगर Tue, 9 June 2020 01:19 AM
share Share

वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर बंद कुशीनगर के ऐतिहासिक बौद्ध मंदिरों के कपाट 83 दिन बाद आम लोगों के दर्शन पूजन के लिए खोल दिए गए। पुरातत्व निदशक के आदेश पर इन मंदिरों को 18 मार्च को बंद कर दिया गया था। मंदिरों के गेट खोलने से पहले विधिवत साफ सफाई और सेनिटाइजेशन हुआ। बौद्ध भिक्षुओं ने सुबह पूजा पाठ की तब जाकर इनमें आम लोगों को प्रवेश दिया गया। हालांकि पहले यहां केवल भिक्षु ही पूजा करने पहुंचे। इसी के साथ कुशीनगर के सभी होटल, मॉल और शॉपिंग कॉम्लेक्स भी खुल गए।

कुशीनगर में बुद्ध महापरिनिर्वाण मंदिर में बुद्ध की लेटी प्रतिमा का दर्शन करने विश्व के अनेक देशों के अला भारी संख्या में देशी पर्यटक आते हैं। इसके अलावा माथा कुंवर मंदिर व रामाभार स्तूप (बौद्ध भिक्षु यहां भी पूजा करते हैं) भी पुरातत्व विभाग की धरोहरों में शुमार है। तीनों संरक्षित मंदिर 83 दिन से बंद थे। सोमवार को सूर्योदय के समय तीनों खुले। सुबह ही यहां मंदिर में सोशल डिस्टेंटिंग का पालन करते हुए बौद्ध भिक्षु पहुंचे। 

भंते अशोक के नेतृत्व में सभी ने पूजा पाठ की। इसके बाद मेन गेट को आम लोगों के लिए खोल दिया गया। हालांकि आमजन का आना जाना पहले दिन बहुत कम रहा। इसके साथ ही यहां देशों द्वारा स्थापित बौद्ध मंदिरों को भी आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया गया है। कुशीनगर स्थित शिव मंदिर व रामजानकी मंदिर भी खुल गए। 

कसया व कुशीनगर में सभी करीब दो दर्जन होटल जारी हुए गाइडलाइन के अनुसार सोमवार से खुल गए। रेस्टोरेंट भी खुल गए मगर यहां केवल पैक कराने की इजाजत है। बैठाकर खिलाने की व्यवस्था नहीं है। कसया में आधा दर्जन शॉपिंग कॉम्लेक्स भी सोमवार से खुल गए। पहले ही दिन यहां खरीददारी का तांता लग गया। सोशल डिस्टेंसिंग तार तार होती नजर आई। 

विदेशियों के भरोसे चलने वाले निजी होटल कहने के लिए खुले 
कुशीनगर नगरपालिका क्षेत्र में करीब आधा दर्जन होटल स्टैंडर्ड माने जाते हैं। इनमें एक रूम का एक दिन का किराया 6 हजार से लेकर 14 हजार तक है। ये सभी होटल विदेशी पर्यटकों के भरोसे चलते हैं। यह होटल साफ सफाई व सेनिटाइजेशन के बाद कहने भर को खुले हैं। पूरी व्यवस्था है मगर इन्होंने कम कर्मचारियों को ही बुलाया है। सभी को बुलाने व किचन आदि शुरू करने से घाटा होता।

ओम होटल के मालिक ओम प्रकाश जायसवाल ने बताया कि हम लोगों के होटल विदेशी पर्यटकों के भरोसे चलते हैं। होटल खोले तो गए हैं मगर कहने भर को। जब विदेशी पर्यटकों को आने का वीजा जारी होने लगेगा उसके बाद होटल विधिवत खुल जाएंगे।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें