गोकुल की रमण रेती में लोटे कुमार विश्वास, वृंदावन में चल रही है अपने-अपने श्याम कथा
- मशहूर साहित्यकार और कथावचक कुमार विश्वास का वृंदावन में तीन दिन का अपने-अपने श्याम कथा चल रहा है। इससे पहले गोकुल की रमण रेती में लोटता उनका वीडियो वायरल हुआ है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर वृंदावन में आयोजित अपने-अपने श्याम कथा से पहले साहित्यकार और कथावाचक कुमार विश्वास मथुरा के गोकुल में रमण रेती में लोटते नजर आए हैं। कुमार विश्वास का यह वीडियो वायरल हो गया है। कुमार विश्वास वृंदावन में तीन दिन के अपने-अपने श्याम ऊर्जा-सत्र में भगवान कृष्ण की कहानियां सुना रहे हैं। विश्वास ने पहले दिन की कथा खत्म होने के बाद फोटो के साथ सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा था- “वृंदावन में तीन दिवसीय अपने-अपने श्याम ऊर्जा-सत्र के प्रथम दिवस का आनंद अद्भुत रहा। दीदी मां की वात्सल्यपूर्ण उपस्थिति व आप सभी ब्रजवासियों के सरस स्नेह ने इस सुयोग की सार्थकता को शतगुणित कर दिया।”
दूसरे दिन की कथा के बाद कुमार विश्वास ने लिखा- “वृंदावन में अपने-अपने श्याम ऊर्जा-सत्र के द्वितीय दिवस पर अपनी ओजस्वी वाणी के लिए प्रसिद्ध सनातन के प्रखर आचार्य पुंडरीक गोस्वामी जी की प्रेमिल उपस्थिति में हज़ारों ब्रजवासियों के साथ जो आनंद बरसा उसके लिए अपने आराध्य भुवन मोहन कन्हैया के प्रति नतमस्तक हूं।”
रमण रेती में लोटने का क्या महत्व है?
मथुरा से कुछ दूर गोकुल में स्थित रमण रेती मंदिर परिसर है जहां भारी मात्रा में रेत है। मान्यता है कि भगवान कृष्ण ने बचपन में इस रेत पर लीलाएं की थीं। जब वो खेल रहे थे तो गोपियों ने उनकी गेंद चुरा ली। इसके बाद भगवान ने रेत की ही गेंद बना ली और उससे खेलने लगे। इसलिए यहां की रेत को पवित्र माना जाता है और माना जाता है कि यहां की रेत में लोटने से समस्याओं का निवारण होता है। कुछ लोग यहां की रेत अपने घुटनों पर भी लगाते हैं जिससे जोड़ों के दर्द खत्म हो जाएं। जिन लोगों का घर बनाने का सपना होता है वो यहां आकर रेत की घर बनाते हैं।