योगी के बंटेंगे तो कटेंगे नारे से केशव ने किया किनारा, बोले- मुख्यमंत्री ने किस संदर्भ में कही जानकारी नहीं
योगी कैबिनेट के अंग डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बंटेंगे तो कटेंगे नारे से खुद को अलग कर लिया है। केशव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बंटोगे तो कटोगे, वाली बात किस संदर्भ में कही, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे, बंटेंगे तो कटेंगे की गूंज हरियाणा के बाद महाराष्ट्र तक सुनाई दे रही है। योगी लगातार इस नारे को दोहरा रहे हैं। आरएसएस भी इस नारे से सहमति जता चुका है। वहीं योगी कैबिनेट के अंग डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इस नारे से खुद को अलग कर लिया है। मंझवा में चुनावी जनसभा के बाद शनिवार को एक निजी चैनल से बातचीत में केशव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बंटोगे तो कटोगे, वाली बात किस संदर्भ में कही, इसकी उन्हें कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने इस बयान पर कोई टिप्पणी करने से भी इनकार किया। वहीं उन्होंने जोड़ा कि जो नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया है कि सबका साथ-सबका विकास और एक हैं तो सेफ हैं, यही हमारा नारा है। इससे पहले भी केशव कह चुके हैं कि बंटोगे तो कटोगे, भाजपा का नारा नहीं है।
जिस नारे का इस्तेमाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार अपनी रैलियों में कर रहे हैं उसे लेकर केशव का यह बयान राजनीतिक हलके में चर्चा का विषय बन गया है। इससे पहले लोकसभा चुनाव के ठीक बाद सरकार से बड़ा संगठन का नारा लगाकर केशव ने भाजपा में खलबली मचा दी थी। उसी दौरान कैबिनेट की कई बैठकों से भी केशव ने दूरी बना ली थी। इसके बाद सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव के बीच सबकुछ ठीक नहीं होने की चर्चाए हो रही थीं।
तब मामला दिल्ली तक पहुंचा था। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ बैठकों के बाद केशव के रुख में कुछ नरमी हुई थी। तब कहा गया था कि केशव को दिल्ली से कई निर्देश मिले हैं। इन निर्देशों के बाद मामला शांत नजर आ रहा था। योगी और केशव साथ-साथ भी दिखाई दे रहे थे। लेकिन एक बार फिर योगी के नारे को लेकर कहना कि भाजपा का नारा नहीं है, और उसके संदर्भ पर केशव के अनभिज्ञता जताने के कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।