नेवादा ब्लाक की गौशालाओं में तीन गायों की मौत

विकास खंड नेवादा की गौशालाओं में शुक्रवार को भूख, प्यास और बीमारी से तीन गायों की मौत हो गई। जबकि दर्जनों की हालत नाजुक बनी हुई है। गौशाला प्रबंधन...

Newswrap हिन्दुस्तान, कौशाम्बीFri, 21 May 2021 11:22 PM
share Share

सरायअकिल। हिन्दुस्तान संवाद

विकास खंड नेवादा की गौशालाओं में शुक्रवार को भूख, प्यास और बीमारी से तीन गायों की मौत हो गई। जबकि दर्जनों की हालत नाजुक बनी हुई है। गौशाला प्रबंधन की तरफ से चारे की व्यवस्था न होने से गोवंश तड़प रहे हैं।

जैतपुर पूरे हजारी गांव में बनी गोशाला के रजिस्टर में अंकित रिपोर्ट के अनुसार 44 गोवंश हैं। गुरुवार को दो गोवंश की मौत हो गई। जबकि एक की हालत नाजुक बनी हुई है। गोवंश की मौत का कारण भूख प्यास से तड़प कर बताया जा रहा है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पशुपालन विभाग के हाथ पांव फूल गए। वहीं विभाग अब डाक्टर को भेज गोवंशों का इलाज करवाने की बात कह रहा है। जबकि ग्रामीणों ने गोशाला प्रबंधन पर ठीक ढंग से गायों की देखरेख नहीं करने का आरोप भी लगाया है। 21 मई को विभाग से भेजी गई शासन को रिपोर्ट के अनुसार मवेशियों की संख्या 40 और गोशाला में भूसे का स्टाक निल बताया गया हैं। ऐसे में यह साबित हो रहा है कि गोशाला में बंधे मवेशी भूख प्यास से दम तोड़ रहें हैं। आरोप यह भी है कि डाक्टर के बगैर पोस्टमार्टम कराए ही मृत गायों को फेकवा दिया जाता है। गुरुवार को ही मखऊपुर गोशाला में एक गाय की मौत हो गई। जबकि एक गाय की हालत नाजुक है, हासिमपुर किनार की गोशाला और नूरपुर हाजीपुर में दो-दो गायें बीमारी से तड़प रहीं हैं। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी बीपी पाठक ने बताया कि गोशाला में गायों की देखरेख के पूरे प्रबंध किए गए हैं, इसके लिए ग्राम सचिव समेत पशुधन प्रसार अधिकारियों को लगाया गया है। कमजोर और बीमार गायों का इलाज करने के लिए पशु चिकित्सक नियमित रूप से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। नियुक्त एजेंसी को भूसा भिजवाने का आदेश दिया गया है, गायों की मौत की जानकारी मिली है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें