Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़कौशाम्बीSrimad Bhagwat Katha in Manjhanpur The Tale of Sati and Daksha

कथा में शक्ति पीठों की स्थापना का बताया मर्म

मंझनपुर के ओसा गांव में सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के दौरान आचार्य राम प्रकाश तिवारी ने सती प्रसंग और राजा दक्ष की कथा सुनाई। सती ने पति के अपमान से दुखी होकर यज्ञ में आत्मदाह किया, जिसके बाद शिवजी...

Newswrap हिन्दुस्तान, कौशाम्बीThu, 24 Oct 2024 10:11 PM
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मंझनपुर के ओसा गांव में चल रही सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा में गुरुवार को कथा व्यास आचार्य राम प्रकाश तिवारी ने सती प्रसंग व दक्ष की कथा का वर्णन किया। साथ ही शक्ति पीठों की स्थापना का मर्म बताया। उन्होंने बताया कि सती ने पति के अपमान से आहत होकर पिता द्वारा आयोजित किए गए यज्ञ कुंड में कूदकर प्राणों की आहूति दे दी थी। शिवजी को सती के भस्म होने का समाचार मिला तो वे क्रोधित होकर यज्ञ स्थल पर पहुंचकर सती के अवशेषों को लेकर तांडव करने लगे। वह सती का शव लेकर आकाश मार्ग पर तांडव करने लगे। सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे, वहां शक्तिपीठों की स्थापना हुई। सती प्रसंग के साथ राजा दक्ष की कथा सुन श्रोता भाव विभोर हो गए। इस मौके पर मुख्य यजमान सुशीला देवी, महाबीर प्रसाद त्रिपाठी, चंद्र भूषण त्रिपाठी आदि मौजूद रहे।

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