Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़कौशाम्बीLawyer-Patwari Conflict Leads to Protest and Office Lockdown in Chail Tehsil

वरासत के मामले में कानूनगो पर रिश्वत मांगने का आरोप

चायल तहसील में शुक्रवार को कानूनगो और अधिवक्ता के बीच विवाद हुआ। अधिवक्ता ने रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। इसके बाद साथी अधिवक्ता एकजुट हुए और सभी कार्यालयों में तालाबंदी की। एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद...

Newswrap हिन्दुस्तान, कौशाम्बीFri, 18 Oct 2024 11:30 PM
share Share

चायल तहसील परिसर में शुक्रवार को कानूनगो और अधिवक्ता के बीच विवाद हो गया। इसकी जानकारी साथी अधिवक्ताओं को हुई तो वह लामबंद हो गए। बैठक के बाद नारेबाजी करते हुए तहसील के सभी कार्यालयों में तालाबंदी की। एसडीएम कार्यालय के बाहर धरना पर बैठते हुए अधिवक्ताओं ने कानूनगो का स्थानांतरण होने तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। चरवा थाने के सैयद सरावां निवासी अलकमा उस्मानी चायल तहसील में बतौर अधिवक्ता प्रैक्टिस करते हैं। शुक्रवार को वरासत की स्थिति जानने के लिए अधिवक्ता कानूनगो सुरेंद्र सिंह से जानकारी करने लगे। आरोप है कि वरासत की रिपोर्ट लगाने के एवज में कानूनगो ने बीस हजार की रिश्वत मांगी। देने से इंकार करने कर विवादित कर देने की धमकी दी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। जानकारी मिलते ही साथी अधिवक्ता लामबंद हो गए। बॉर एसोसिएशन चायल के महामंत्री राजेश्वर यादव की अध्यक्षता में बैठक के बाद अधिवक्ताओं ने जुलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर के सभी कार्यालय में तालाबंदी कर दी। एसडीएम कार्यालय के बाहर अधिवक्ता धरने पर बैठ गए। अधिवक्ताओं ने कानूनगो का स्थानांतरण होने तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया। इस मौके पर भुवन सिंह, दस्सू सिंह, कुंवर श्याम, मो.आमिर, एहसान बाबू, मोहर सिंह, रामनरेश पटेल, बालकरन, विजय तिवारी, नूरुत जमां, मो.शाहरुख, आशीष शुक्ला, रिंकू पासी, शिवम ओझा और मो.सुल्तान आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।

अधिवक्ताओं के उग्र रवैये को देख एसडीएम ने बुलाई पुलिस

अधिवक्ता और कानूनगो के विवाद के बाद वकील उग्र हो गए। अधिवक्ताओं के उग्र रवैये को देखते हुए एसडीएम ने मामले की जानकारी सीओ को दी। सीओ मनोज कुमार रघुवंशी पिपरी और चायल चौकी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस की मौजूदगी में अधिवक्ता कानूनगो का स्थानांतरण करने के लिए नारेबाजी करते रहे। एसडीएम योगेश कुमार गौड़ और तहसीलदार पुष्पेंद्र गौतम के हस्तक्षेप करने के बाद अधिवक्ता धरने से हटे। पर, उन्होंने कानूनगो के स्थानांतरण न होने तक न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें