Hindi Newsउत्तर प्रदेश न्यूज़कौशाम्बीGrand Inauguration of Historic Ramleela in Karari with Crown Worship Ceremony

मुकुट पूजन संग करारी में रामलीला महोत्सव का आगाज

आदर्श नगर पंचायत करारी में ऐतिहासिक रामलीला का भव्य शुभारंभ हुआ। मुकुट पूजन के दौरान जय श्री राम के जयघोष से पंडाल गूंज उठा। रामलीला का इतिहास 1729 ई. से जुड़ा है, जब बुंदेलों ने यहां धार्मिक नाटकों...

Newswrap हिन्दुस्तान, कौशाम्बीTue, 15 Oct 2024 11:20 PM
share Share

आदर्श नगर पंचायत करारी की ऐतिहासिक रामलीला का मंगलवार रात मुकुट पूजन संग भव्य शुभारंभ हुआ। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच विद्वान पुरोहित ने भगवान के मुकुट का पूजन कराया। इस दौरान पूरा पंडाल जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा। करारी की रामलीला का इतिहास काफी समृद्ध है। मुख्य ट्रस्टी पंडित रमेश चंद्र शर्मा ने बताया कि 1729 ई. के आसपास जब मुगलों से बुंदेलों का संघर्ष हुआ तो बुंदेले एकजुटता का पैगाम देने दोआबा की धरती पर आए थे। वह धार्मिक नाटकों के माध्यम से पहले लोगों की भीड़ इकट्ठा करते थे। इसके बाद सभी को एक सूत्र में पिरोते थे। जनपद भ्रमण के दौरान बुंदेला सरदार छत्रसाल के बेटे हरदे नारायण करारी आए थे। संगठित होने का संदेश देने के लिए उन्होंने ही यहां रामलीला शुरू कराई थी। उनके जाने के बाद स्थानीय लोगों के सहयोग से लगातार रामलीला का मंचन होता रहा। जगह निर्धारित न होने से कई बार दिक्कतें आईं। कार्यक्रम स्थल बदलना पड़ा। सन 1901 पंडित रामाधीन भट्ट ने रामलीला के लिए अपनी जमीन दान कर दी। सन 2001 में रामलीला का भव्य शताब्दी समारोह मनाया गया था। मुकुट पूजन के अवसर पर मुख्य ट्रस्टी रमेश चंद्र शर्मा, अशोक कुमार वर्मा, महेश दत्त शर्मा, पवन कुमार शर्मा, कमेटी अध्यक्ष संजय जायसवाल, प्रबंधक ज्ञानू शर्मा, पंकज शर्मा, संजीत मोदनवाल आदि मौजूद रहे।

बुंदेलखंड के होते हैं अधिकतर पात्र

करारी की रामलीला में अधिकतर पात्र बुंदेलखंड से बुलाए जाते हैं। 13 दिनों तक यहां के लोग श्रद्धा के साथ भगवान श्री राम, लक्ष्मण, माता सीता व श्री हनुमानजी के भौतिक स्वरूप का दर्शन करते हैं। इस दौरान कस्बे में उत्सव जैसा माहौल रहता है।

समय के साथ बहुत कुछ बदला। पहले यहां की रामलीला मशाल जलाकर होती थी। इसके बाद लालटेन व गैस जलाकर होने लगी। अब आधुनिक विद्युत लाइट की चकाचौंध में कार्यक्रम होता है। प्रशासन से बिजली, पानी, सफाई व सुरक्षा की व्यवस्था की अपेक्षा है।

-संजय जायसवाल, अध्यक्ष- श्री राम लीला कमेटी

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें