कोरोना के साथ उल्टी दस्त, मलेरिया रोकने की भी कवायद
कोरोना के साथ उल्टी दस्त, मलेरिया रोकने की भी कवायद
कानपुर देहात। हिन्दुस्तान संवाद कोरोना के संक्रमण की रोकथाम में जुटे स्वास्थ्य विभाग ने जिले में शुरू हुए उल्टी -दस्त, बुखार के अलावा मच्छरजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए कवायद शुरू कर दी है। मलेरिया विभाग ने जिले के 67 गांवों को संवेदनशील मानकर नियंत्रण की कार्ययोजना बनाई है। वहीं प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को गर्मी में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के भी निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग इस समय कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है। इधर गर्मी के साथ ही उल्टी दस्त व बुखार ने भी जिले में पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। बीमारी प्रभावित इस जिले में मलेरिया व डेंगू का कहर रोकना भी स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती से कम नहीं है। पिछले साल जिले में 644 मलेरिया पीड़ित मरीज सरकारी अस्पतालों में मिले थे, वहीं मेडिकल कालेज में हुए परीक्षण में 99 डेंगू पीड़ित मरीजों की पुष्टि हुई थी,जबकि निजी अस्पतालों में इनकी संख्या सरकारी आंकड़ों से बहुत अधिक रही थी। इतना ही नहीं एक दर्जन लोगों की मौत भी हुई थी। इस बार भी इसकी चुनौती कम नहीं है। इस समय स्वास्थ्य अफसर केवल कोरोना को रोकने की कवायद में जुटे हैं। वहीं मौसम बदलने के साथ ही उल्टी दस्त व बुखार ने पांव पसारना शुरू कर दिया है। जबकि संवेदनशील रहे गांवों की अनदेखी मलेरिया,डेंगू के प्रकोप रोकने में मुसीबत बन सकती है। डीएमओ मारुति दीक्षित ने बताया कि पिछले साल 21 गांवों में मलेरिया व 46 गांवों में डेंगू का प्रकोप हुआ था, जबकि अकबरपुर, रूरा व झींझक आदि नगरीय क्षेत्र भी प्रभावित हुए थे। इन स्थानों को अति संवेदनशील मानकर विभाग ने कार्य योजना तैयार की है। विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में डीडीटी व एंटी लार्वा उपलब्ध है। जिला संक्रामक रोग प्रभारी डॉ. एपी वर्मा ने बताया कि कोरोना नियंत्रण के प्रयास के साथ उल्टी दस्त बुखार व मच्छरजनित बीमारियों से निपटने का प्लान भी तैयार कर लिया है। सभी स्वास्थ्य केंद्र प्रभारियों को गर्मी में होने वाली बीमारियों की रोकथाम के भी निर्देश दिए गए हैं।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।