रामलला गेट पर बच्चों के शव रखकर हंगामा, तालाब में डूबने से हुई थी मौत
रावतपुर के रामलला मंदिर के पीछे तालाब में डूबकर 3 बच्चों की हुई मौत के मामले में आक्रोशित परिजनों ने शव रखकर हंगामा काटा। परिजनों ने तालाब निर्माण के मानकों में की गई लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारियों...
रावतपुर के रामलला मंदिर के पीछे तालाब में डूबकर 3 बच्चों की हुई मौत के मामले में आक्रोशित परिजनों ने शव रखकर हंगामा काटा। परिजनों ने तालाब निर्माण के मानकों में की गई लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग की। मौके पर पहुंची पुलिस ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर लोगों को शांत किया।
रावतपुर के रामलला मंदिर के पीछे ऐतिहासिक कुमरगढ़ा तालाब का केडीए पिछले 2 साल से सुंदरीकरण के लिए काम कर रही है। इस तालाब में 20- 20 फुट के गहरे गड्ढे खोदे गए हैं। बुधवार शाम रामलला मंदिर के पीछे रहने वाले हिमांशु , विशाल और वीरेंद्र अपने अन्य दोस्तों के साथ नहा रहे थे। इसी दौरान तालाब में नहाते समय डूब जाने के चलते तीनों छात्रों की मौत हो गई। कल्याणपुर इंस्पेक्टर अजय सेठ ने बताया कि परिजनों की तरफ से तहरीर मिली तो मुकदमा दर्ज करवाई होगी।
केडीए की लापरवाही से हुई मौत
रावतपुर के रामलला मंदिर के पीछे कुमरगढ़ा तालाब दो साल से सुंदरीकरण चल रहा है। प्रोजेक्ट के तहत तालाब, पार्क और भगवान राम की विशालकाय चरण पादुका बनाने का कार्य किया जा रहा है। मानकों के अनुसार निर्माण कार्य परिसर के चारों और टीन शेड लगाकर बेरीकेडिंग की जानी चाहिए थी। अगर तालाब के चारों बेरीकेडिंग होती तो बच्चों की जान बच जाती। मार्च में हुई रामनवमी की बैठक में स्थानीय पार्षद जितेंद्र गांधी ने अफसरों से शिकायत कर तालाब निर्माण को जल्द से जल्द पूरा कराने की मांग की थी।
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