निर्जला व्रत रख संतान के दीर्घायु का मांगा वरदान
Kanpur News - निर्जला व्रत रख संतान के दीर्घायु का मांगा वरदान निर्जला व्रत रख संतान के दीर्घायु का मांगा वरदान निर्जला व्रत रख संतान के दीर्घायु का मांगा वरदान
कानपुर। सकट चतुर्थी पर शुक्रवार को माताओं ने अपने बच्चों की लंबी उम्र, सुख-समृद्धि के लिए भगवान गणेश और सकट माता की पूजा कर निर्जला व्रत रखा। तिल से बकरे की आकृति बनाकर सकट माता को बलि चढ़ाई। यह व्रत माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। सकट के दिन व्रत रखने के साथ महिलाओं ने तिल से विशेष बकरे की आकृति तैयार की। इसके पश्चात सांकेतिक बलि दी। महिलाओं ने इस अवसर पर विशेष पूजन भी किया। घरों में विशेष उत्साह रहा।
आचार्य पवन तिवारी ने बताया, इस व्रत को करने से बच्चों के जीवन की हर परेशानी दूर होती है। उन्होंने भगवान गणेश को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के उपाय बताए। सकट चौथ के दिन भगवान गणेश को सिंदूर, दूर्वा, तिल से बनी मिठाई और तिलकुट का भोग जरूर लगाएं। गणेशजी को दो सुपारी और दो इलायची चढ़ाएं। ऐसा करने से हर बाधा दूर होती है। उन्होंने बताया कि भगवान गणेश को दूर्वा बेहद प्रिय है। पूजा में दूर्वा चढ़ाने से भगवान गणेश जल्दी प्रसन्न होते हैं और आपकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। सकट चौथ का व्रत हर मां के लिए बेहद खास होता है। माताओं ने व्रत रखकर संतान की दीर्घायु का वरदान मांगा।
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