चार महीने बाद एक साथ खुले बाजार, खूब आए ग्राहक
चार महीने बाद बुधवार को पहली बार शहर के सभी बाजार एक साथ खुले। सभी बाजार खुलने का असर ये रहा कि बाजार में ग्राहकों की संख्या ज्यादा हो गई। एक तरफ व्यापारी भी खुश हैं कि सप्ताह में तीन दिन के बजाय चार...
चार महीने बाद बुधवार को पहली बार शहर के सभी बाजार एक साथ खुले। सभी बाजार खुलने का असर ये रहा कि बाजार में ग्राहकों की संख्या ज्यादा हो गई। एक तरफ व्यापारी भी खुश हैं कि सप्ताह में तीन दिन के बजाय चार दिन दुकान खोल सकेंगे लेकिन दूसरी तरफ उनकी चिंता कोरोना के बढ़ते प्रसार को लेकर है। व्यापारियों का कहना है कि भीड़ बढ़ने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजेशन आदि का पालन कराना सबसे बड़ी चुनौती होगी।
बिरहाना रोड और मेस्टन रोड में भारी भीड़
चार दिन दुकान खुलने के नियम के पहले दिन सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ी। मेस्टन रोड पर जाम लगा रहा। बिरहाना रोड में खाने-पीने की दुकानों में खासी भीड़ रही। नयागंज में कई बार जाम की स्थिति बनी। ज्यादातर पल्लेदार बिना मास्क के सामान ढो रहे थे। इसी तरह से मेस्टन रोड की दुकानों में अधिकांश दुकानदार मास्क नहीं लगाए थे। मूलगंज से जनरलगंज जाने वाली रोड पर धड़ल्ले से लोग आ जा रहे थे। सागर मार्केट, एक्सप्रेस रोड व घंटाघर की दुकानों पर भी खूब चहल-पहल थी।
लाल बंगला में सभी दुकानें खुलने से अराजकता
लालबंगला बाजार में सभी दुकानें खुलने से फिर से अराजकता शुरू हो गई। कई लोग बिना मास्क लगाए घूमते दिखे। किसी प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नही किया जा रहा था। ठेलों और कपड़े की दुकान में खासी भीड़ दिखी। ई रिक्शा और टैम्पो की भी ऊधम शुरु हो गई। सेनेटाइजर का उपयोग कम दुकानदार ही कर रहे हैं। ठेलों पर भीड़ के चलते किसी प्रकार से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नही हो रहा था। खान पान के ठेलों पर भी लोग बिना मास्क लगाये दिखे।
बारिश होने से दक्षिण की बाजारों में सामान्य भीड़
दक्षिण की गोविंदनगर, बर्रा, कर्रही, किदवईनगर की बाजार बुधवार को पूरी तरह से खुली रहीं, लेकिन बारिश होने की वजह से ग्राहक नहीं पहुंचे। व्यापारियों का कहना है कि उम्मीद थी कि दुकानदारी ठीक होगी, लेकिन बारिश ने चौपट कर दिया। ग्राहक जलभराव की समस्या की वजह से खरीदारी करने कम निकले। व्यापारियों ने कहा कि चार दिन का असर व्यापार पर जरूर पड़ेगा। एक साथ काम निपटाने के लिए ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी।
पी रोड-सीसामऊ में रोज की तरह भीड़
दोनों बाजारों में लगभग रोजाना की तरह ही स्थिति रही। एक साथ सारी दुकानें खुल जाने का कोई खास प्रभाव नहीं पड़ा। वैसे ग्राहकों की संख्या में लॉक डाउन के बाद आई कमी में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है। लोग मास्क लगाकर निकले और दुकानदारों ने भी सुरक्षा का खूब ख्याल रखा। कोरोना का संक्रमण फिर से बढ़ने से इस इलाके के लोग कुछ डरे हुए हैं। कपड़े और बर्तन की दुकानों पर कुछ लोग जरूर ज्यादा दिख रहे थे।
कल्याणपुर बाजार में खास भीड़ नहीं
कल्याणपुर बाजार में खुलने के बाद भी दुकानों पर पहले जैसी ग्राहकों की आवाजाही नहीं रह गई। दुकानदारों की मानें तो व्यापार आधा रह गया है। बुधवार को भी दुकानों पर भीड़ नहीं दिखी। ज्यादातर दुकानदार और ग्राहक बिना मास्क के खरीदारी करते दिखे। हालांकि चाउमीन, चाट समेत अनेक खोमचे की दुकानों पर जमकर भीड़ दिखी। यहां कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही थीं। सेनेटाइजर भी इक्का-दुक्का दुकानों में ही दिखाई दे रहे थे।
कोट-(सभी की फोटो है)
हफ्ते में एक साथ चार दिन भी दुकानें खोलने का फैसला अच्छा है। ग्राहकों की भीड़ भी बढ़ गई और अब दो काम के लिए दो दिन बाहर निकलने की उनकी मजबूरी भी खत्म हो गई। लेकिन कोरोना को लेकर व्यापारियों को ज्यादा सुरक्षा बरतने की जरूरत है।
-महेश मेघानी, अध्यक्ष, पीरोड-व्यापारी एसोसिएशन
ये शुरुआत अच्छी है कि एक साथ बाजार खुलने से ग्राहक आएंगे। इसका असर मार्केट में दिखाई दिया है। जरूरत इस बात की है कि ग्राहक बढ़ने से सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सेनेटाइजेशन के नियम सख्त किए जाएं।
-अश्विनी कोहली, अध्यक्ष, नवीन मार्केट शॉप कीपर्स एसोसिएशन
रोज दुकान खुलने से दुकानदारी तो बढ़ रही है लेकिन इसके साथ साथ भीड़ से दहशत भी है। कोरोना से बचाव के लिए व्यापारियों को जागरूक किया जा रहा है लेकिन कई ग्राहक बिना मास्क के घूमते हैं।
- सुशील गुप्ता, अध्यक्ष, हरजेंदर नगर व्यापार मंडल
रोस्टर के आधार पर दुकानें खुलती जरूर थीं, लेकिन ग्राहक भ्रमित रहता था। इसकी वजह से व्यापार ठप था। अब हफ्ते में चार दिन दुकान खुलने से कुछ राहत मिलेगी।, लेकिन बारिश की वजह से ग्राहक नहीं निकल पाए हैं।
-प्रभु शंकर गुप्ता, किदवईनगर व्यापारी
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