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जांच टीम के सामने खनन माफिया ने पत्रकारों को बनाया बंधक, जान से मारने की धमकी

-लखनऊ से आई जांच टीम के सामने कवरेज से रोका -पत्रकारों को असलहों के दम

Newswrap हिन्दुस्तान, कानपुरWed, 13 Jan 2021 09:30 PM
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-लखनऊ से आई जांच टीम के सामने कवरेज से रोका

-पत्रकारों को असलहों के दम पर बनाया बंधक

-डीएम के आदेश के बावजूद न एसडीएम आईं और न ही इंस्पेक्टर

कानपुर, प्रमुख संवाददाता

चौबुपुर में खनन माफिया ने शासन से आई टीम के सामने ही गुंडागर्दी की हदें पार कर दीं। खनन स्थल पर टीम के साथ जाने से पत्रकारों को न केवल रोका बल्कि असलहों के दम पर बंधक बना लिया। जान से मारने की धमकी दी। सूचना पर कमिश्नर और डीएम के आदेश के बावजूद न तो एसडीएम मौके पर पहुंची और न ही चौबेपुर इंस्पेक्टर गए। बाद में तहसीलदार बिल्हौर अवनीश कुमार ने मौके पर पहुंचकर पत्रकारों को आजाद कराया।

चौबेपुर के स़ुनौढ़ा बंदी माता घाट में बालू खनन का ठेका उठा है। खनन निदेशक डॉ. रोशन जैकब ने दो दिन पहले खुद आकर अनियमितताओं की पड़ताल की थी। उनके निर्देश पर बुधवार को लखनऊ मुख्यालय से खनन अधिकारी सुभाष रंजन, सर्वेक्षक वेद प्रकाश शुक्ला, तहसीलदार बिल्हौर अवनीश कुमार और खनन अधिकारी कुंवर बहादुर सिंह की टीम मौके पर पहुंचे।

टीम ने पाया कि सीमांकन में नियमानुसार पत्थर नहीं लगे थे,केवल झंडे से खनन माफिया ने सीमांकन कर दिया था। माइन और तौल में लगे दो कैमरों में से माइन वाला कैमरा खराब मिला। अब टॉवर लगाकर वहां कैमरे लगाए जाएंगे। टीम करीब पांच घंटे रही और खनन के लिए आवंटित 10.5 हेक्टेयर जमीन की पैमाइश की। इस वित्त वर्ष में 2.10 लाख घनमीटर बालू का खनन करना था। आंकड़ों के मुताबिक 1.24 लाख घनमीटर ही खनन किया है लेकिन जांच के दौरान रोशन जैकब को कई ओवरलोड ट्रक मिले थे। जिससे उन्होंने हेराफेरी की संभावना से इनकार नहीं किया था। इससे पहले एसडीएम बिल्हौर की जांच में पाया गया था कि आवंटित पट्टे के अलावा दूसरी जगह पर भी अवैध खनन कर दिया गया।

इस बीच शासन की टीम आने की सूचना पर पत्रकार भी मौके पर पहुंचे। शासन की टीम के सामने ही पत्रकारों को माफिया के गुर्गों ने असलहे के दम पर घेर लिया। उन्हें कवरेज करने से रोक दिया गया। धमकी दी कि आगे गए तो जान से मार देंगे। गुंडागर्दी की जानकारी तत्काल कमिश्नर डॉ. राजशेखर और डीएम आलोक तिवारी और एसडीएम बिल्हौर को दी गई। उन्होंने मौके पर एसडीएम और चौबेपुर पुलिस को पहुंचने के निर्देश दिए। एक घंटे बाद भी एसडीएम नहीं पहूंची और केवल एक सब इंस्पेक्टर गया। बाद में खनन स्थल पर तहसीलदार बिल्हौर अवनीश कुमार ने पत्रकारों को माफिया से छुड़ाया। उनके सामने भी माफिया और उसके गुर्गे धमकाते रहे। डीएम ने माफिया के खिलाफ कार्यवाही का आदेश दिया लेकिन देर रात तक उसके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया था।

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