गायनको लॉजिस्ट नहीं होने से हो रही प्रसूताओं की मौतें
रसूलाबाद के सीएचसी में पिछले दो साल से महिला गायनोलॉजिस्ट नहीं होने के कारण प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं की मौतें हो रही हैं। जिला अस्पताल और कानपुर की अधिक दूरी के कारण रेफर की गई महिलाएं समय पर...
रसूलाबाद। सीएचसी रसूलाबाद की महिला विंग में पिछले दो साल से गायनको लॉजिसट नहीं होने से प्रसव दौरान प्रसूताओं की मौतें हो रही हैं। जिला अस्पताल व कानपुर की अधिक दूरी होने से रेफर के बाद भी गंभीर हालत में प्रसूताएं जब तक वहां पहुंचती हैं, इस दौरान अणिकांश महिलाएं दम तोड देती हैं। रसूलाबाद कस्बा स्थित महिला विंग अस्पताल में हर माह करीब डेढ़ सौ प्रसव कराए जाते हैं। पिछले दो साल से यहां महिला गायनोलाजिसट न होने से गर्भवती महिलाओं को दिक्कत हो रही है।स्टाफ नर्सों व दाइयों के सहारे संचालित अस्पताल में आए दिन प्रसूताओं को कानपुर रेफर कर दिया जाता है। वहीं आशा कर्मी कमीशन के चक्कर में निजी अस्पतालों में प्रसूताओं को भर्ती करा देती हैं।कई निजी अस्पतालों में प्रशिक्षित स्टाफ तक नहीं है। कानपुर व जिला अस्पताल की अधिक दूरी होने से रेफर प्रसूताएं समय से नहीं पहुंच पाती हैं।आए दिन गर्भवती महिलाओं की मौतें हो रही हैं। सीएचसी अधीक्षक डाक्टर पियूष त्रिपाठी का कहना है कि जुलाई 2022 से गायनोलाजिसट नहीं हैं। महिला डाक्टर तैनात करने के लिए पत्र भेजे जा चुके हैं।फिर से पत्र भेजे जाएंगे।
महिला विंग अस्पताल में रहता दलालों का जमावड़ा
महिला विंग अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओ को रेफर किए जाते ही कुछ आशा व निजी अस्पतालों के एजेंट प्रसूताओं को अपने यहां ले जाते हैं। निजी अस्पतालों में कई मौत होने के बाद भी व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है।
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