कानपुर देहात में तो कागजों पर हो रही कुपोषण के खिलाफ जंग
कानपुर देहात में कुपोषण के खिलाफ चल रही जंग कागजों तक सीमित है। 1342 बच्चों में से केवल 400 अति कुपोषित हैं, जिनमें से 44 को ही एनआरसी में भर्ती किया गया। अव्यवस्था के कारण माता-पिता बच्चों को एक...
कानपुर देहात। जिम्मेदारों की अनदेखी से जिले में कुपोषण के खिलाफ जंग कागजों में ही सीमित है। हालात यह है कि अति कुपोषित 1342 बच्चों में सिर्फ चार सौ बच्चे ही अत्यंत कुपोषित पाए गए। इन बच्चों में जटिल रोगों से पीड़ित अति कुपोषित सिर्फ 44 बच्चे ही एनआरसी भर्ती कराये जा सके। जबकि अव्यवस्था के चलते यहां भर्ती बच्चों को उनके परिजन एक हफ्ते से अधिक समय तक यहां नहीं रख सके। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों में इस साल जिले में कुपोषित 1342 बच्चे चिन्हित हुए हैं। इनमें 400 बच्चे अति कुपोषित शामिल हैँ। अति कुपोषित बच्चों में 212 पीली श्रेणी के व 188 बच्चे लाल श्रेणी के मिले।कुपोषित बच्चों के पोषण के लिए जिला अस्पताल में जनवरी 2016 में पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित किया गया था। इसमें कुपोषित बच्चों के इलाज के साथ न्यूट्रीशन, दवाओं, फल व पोषाहार आदि उपलब्ध कराने तथा उनकी 24 घंटे देखभाल करने के अलावा उनके साथ रहने वाली माताओं को भी निशुल्क भोजन की व्यवस्था के साथ ही कुपोषित बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए खिलौनों आदि का भी इंतजाम है। आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों के साथ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात सीएचओ, एएनएम व बीएचएनडी टीमों को अति कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कराने की जिम्मेदारी दी गई है, लेकिन अनदेखी के चलते कुपोषित बच्चों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
एनआरसी में हफ्ते भर से अधिक नहीं रुक पाते अतिकुपोषित
कुपोषित बच्चों के पोषण के लिए बने जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास केंद्र में अव्यवस्था का आलम है। हालात यह है कि यहां जटिल रोगों से ग्रस्त अति कुपोषित सिर्फ 44 बच्चों को ही भर्ती कराया जा सका। वहीं अव्यवस्था व अनदेखी के चलते यहां भर्ती हुए इन बच्चों के परिजन एक हफ्ते से अधिक समय तक यहां उनको रखने की हिम्मत नहीं जुटा सके। पिछले दिनों सीडीओ के निरीक्षण में यहां अव्यवस्था सामने आई थी। इसके बाद भी हालात जस के तस बने हैँ ।
बच्चों के मनोरंजन के लिए बनेगा प्ले स्टेशन, लगेगी टीवी
सीएमओ डॉ.एके सिंह ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती कुपोषित बच्चों के मनोरंजन के लिए वहां प्ले स्टेशन बनाने के साथ टीवी का भी जल्द इंतजाम करने का निर्देश सीडीओ ने दिया है। इससे यहां भर्ती होने वाले बच्चों को समुचित समय तक रखकर इलाज कराया जा सकेगा।अव्यवस्था को दुरुस्त कराने की जिम्मेदारी सीएमएस को करनी है। कुपोषित बच्चों के उपचार व पोषण के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों के अलावा आंगनबाडी केंद्रों से अधिकाधिक संख्या में अतिकुपोषित बच्चों को पोषित करने के लिए भिजवाने का निर्देश सीएचओ व बीएचएनडी टीमों को दिया गया है। जटिल रोग से पीड़ित अति कुपोषित बच्चों को भर्ती कराने की प्रकिया की मानीटरिंग कर प्रभावी कार्रवाई कराई जाएगी।
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