कानपुर में बनेगा देश का पहला सोलर यूएवी
देश का पहला सोलर अनमैंड एयर व्हीकल (यूएवी) अब कानपुर में बनेगा। मराल एयरोस्पेस ने आईआईटी कानपुर के टेक्नोपार्क में अपना आरएंडडी सेंटर स्थापित किया है। सोलर यूएवी सेना के लिए फायदेमंद होगा, यह 18 घंटे...
देश का पहला सोलर अनमैंड एयर व्हीकल (यूएवी) का निर्माण अब कानपुर में होगा। सोलर यूएवी बनाने वाले स्टार्टअप मराल एयरोस्पेस प्रा. लि. ने आईआईटी कानपुर के टेक्नोपार्क में अपना आरएंडडी (रिसर्च एंड डेवलपमेंट) सेंटर स्थापित किया है। जिसका शुभारंभ देश के पूर्व डिफेंस सेक्रेटरी व आईआईटी के विजिटिंग प्रोफेसर डॉ. अजय कुमार सिंह, डीन रिसर्च प्रो. तरुण गुप्ता, एसआईआईसी के प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. अंकुश शर्मा व एयरोस्पेस के विभागाध्यक्ष प्रो. जी कामथ ने किया। आईआईटी के स्टार्टअप इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर (एसआईआईसी) में इंक्यूबेट मराल यूएवी प्रा. लि. के फाउंडर विजय शंकर द्विवेदी ने बताया कि कंपनी ने सोलर से उड़ान भरने वाला ड्रोन बनाया है। कंपनी के विवेक कुमार पांडेय ने बताया कि अब तक सोलर वाले दो मराल विकसित किए हैं। अत्याधुनिक मराल-2 में कई खासियत हैं, जो सेना के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है। यह पूरी तरह सोलर ऊर्जा पर निर्भर है। इसका वजन 12 किलो है। यह 18 घंटे तक उड़ान भरने के साथ सात किलो का वजन लेकर उड़ सकता है। इसमें लो आईआर और रडार सिग्नेचर की खासियत है। यह 200 किमी तक की दूरी तय कर सकता है। यह पूरी तरह ऑटोनामस है। विवेक ने बताया कि अब सोलर यूएवी के प्रोटोटाइप से लेकर उत्पाद तक कानपुर में तैयार किया जाएगा। साथ ही, इसे और अधिक अत्याधुनिक बनाने के लिए रिसर्च का काम भी आईआईटी में नियमित रूप से चलता रहेगा।
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